बारां जिले के हरनावदाशाहजी व मांगरोल में मंगलवार रात एक किसान सहित दो जनों की सर्दी से मौत हो गई। हरनावदाशाहजी के कुशवाहा मौहल्ला निवासी किसान कन्हैयालाल लववंशी (55) रात को खेत पर रखवाली के लिए गया था। देर रात करीब दो बजे अचानक उसकी तबीयत खराब होने के बाद उसे स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद अकलेरा रैेफर कर दिया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक डॉ. अतीक के अनुसार मृत्यु का कारण अत्यधिक सर्दी से तबीयत बिगडऩा रहा है।
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उधर, मांगरोल के वार्ड 19 के एक खुले मकान में रह रहे नरेश दर्जी (50) ने भी सर्दी से दम तोड़ दिया। नरेश मकान में अकेला रहता था। बुधवार को जब मौहल्ले वालों ने जाकर देखा तो वह मृत अवस्था में पड़ा मिला। सूचना पर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। संभवत: ज्यादा सर्दी में खुले में सोने से मौत हुई है।
कैथून का किसान नहीं लौटा घर गत वर्ष 27 दिसम्बर को कैथून के रेलगांव में सर्दी से एक किसान की मौत हो गई थी। वह फसल की रखवाली के लिए रात को खेत पर गया था और सुबह तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने खेत पर जाकर तलाश किया तो किसान वहां मृत अवस्था में मिला। चिकित्सकों ने जांच में मौत का कारण सर्दी लगना बताया था।
गौरतलब है कि किसान मांगीलाल माली (50) रोजाना की तरह 26 दिसम्बर की रात खेत पर रखवाली के लिए गया था। अगले दिन सुबह आठ बजे तक घर नहीं लौटा। इस पर उसका पुत्र व भतीजा तलाश करने खेत पर गए तो मांगीलाल वहां मृत मिला। सूचना पर गांव से जीप लेकर ग्रामीण मांगीलाल को सीमलिया अस्पताल ले गए, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस की निगरानी में सुल्तानपुर चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया गया। चिकित्सकों ने किसान मांगीलाल की मौत का कारण तेज सर्दी की चपेट में आने से होना बताया है।
कोटा जिले के बूढ़ादीत गांव में 16 दिसम्बर 2018 को खेत में सिंचाई करने गया किसान हरिओम मीणा की सर्दी लगने से मौत हो गई थी।