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अाने वाले समय में कोटा को पहचानना हो जाएगा मुश्किल, ऐसे बदल जाएगा शहर का रूप

locationकोटाPublished: Dec 21, 2017 04:36:15 pm

Submitted by:

ritu shrivastav

कोटा में 732 करोड़ के प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न कार्य संपादित होने पर मुहर लग गई है। आने वाले समय में कोटा में कई विकास कार्य होंगे।

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स्‍मार्ट रोड

कोटा . स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कोटा को स्मार्ट शहर बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। प्रोजेक्ट में 732 करोड़ रुपए के विकास कार्य होंगे। सड़कें भी स्मार्ट बनाई जाएंगी। इसके लिए दिल्ली के विशेषज्ञ अध्ययन कर बताएंगे कि सड़कें कैसे स्मार्ट बनेंगी। पानी, बिजली, सीवरेज और सौंदर्यीकरण को तवज्जो दी गई है। भीतरिया कुण्ड के समीप रिवर फ्रन्ट पार्क, मल्टीपरपज स्कूल परिसर में बहुमंजिला पा व सिटी कन्वेंशन सेन्टर बनाने का भी फैसला हुआ है।
कोटा स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बुधवार को नगर निगम के स्मार्ट सिटी चैम्बर में कम्पनी चेयरमैन व स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव मंजीतसिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्मार्ट सिटी के कार्यों पर मुहर लगाई गई। बैठक में नए प्रोजेक्ट पर फिलहाल रोक लगा दी, जिन प्रोजेक्ट्स की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बन गई है, पहले उन प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू होगा। स्मार्ट सिटी में कोटड़ी तालाब का आधुनिकीकरण किया जाएगा। नालों का सौंदर्यीकरण होगा। शहर में 24 घंटे जलापूर्ति की योजना को भी अंतिम रूप दिया है। बैठक में महापौर महेश विजय, न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहत, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, निगमायुक्त डॉ. विक्रम जिंदल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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गोशाला के लिए नहीं मिलेगा बजट

बैठक में महापौर ने आवारा मवेशियों की समस्या रखते हुए एक और गोशाला बनाने के लिए स्मार्ट सिटी से बजट मांगा, लेकिन मंजीतसिंह ने स्पष्ट रूप से इसके लिए बजट देने से मना कर दिया। उन्होंने सलाह दी कि गोपालन विभाग से इसके के लिए बजट लें। योजनाबद्ध करें कार्य मंजीतसिंह नेकार्यों की समय पर डीपीआर तैयार करने एवं आमजन की भागीदारी से स्वच्छता कार्य को गति देने के निर्देश दिए। नेट पर रोजाना सूचनाएं अपडेट करने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए सभी कार्यों में आईटी का सदुपयोग कर ई-ऑफि स के साथ अधिकारी कार्य करें।
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संस्कृति संकुल होगा विकसित

जिला कलक्टर ने न्यास द्वारा किशोर सागर तालाब के पास ग्रामीण हाट एवं राजकीय संग्रहालय की तरफ संस्कृति संकुल के रूप में विकसित करने के कार्य की जानकारी दी। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एलईडी, स्ट्रीट लाइट, सिटी बस, साइकिल शेयरिंग, कमांड कन्ट्रोल सेन्टर, सिटी वाइड एप एवं झालावाड़ रोड पर ग्रीन वॉल आदि के कार्य करवाए जाएंगे। ई-बुक बैंक, ई-हैल्थ योजना भी शुरू की गई है। परियोजना में वर्तमान में अफोर्डेबल हाउसिंग, बिजली के स्मार्ट मीटर, नगर निगम में कचरे उठाने के वाहनों पर व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम, गैस वितरण पाइप लाइन एवं कनेक्शन, दशहरा मैदान फेज प्रथम आदि के कार्य प्रगति पर हैं।
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ये होंगे काम

शानदार सड़क होगी सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ होंगे। डिवाइडरों पर फुलवारी विकसित होगी। सड़क के दोनों तरफ डक्स होंगे, ताकि पाइप, केबल आदि डालने के लिए खुदाई नहीं हो, अतिक्रमण मुक्त सड़कें होंगी। सड़कों के दोनों तरफ ग्रीनरी रहेगी। स्मार्ट रोड लाइट्स रहेंगी। यातायात के आकर्षक संकेतक लगेंगे।सीवरेज लाइन, 24 घंटे जलापूर्ति, नाला विकास, स्मार्ट पार्किंग, कोटड़ी तालाब विकास, किशोर सागर में पोन्टून ब्रिज, शहर के ऐतिहासिक दरवाजों का पुनरुद्धार, इन्टीग्रेटेड कल्चलर कॉम्पलेक्स, ग्रीन वॉल, पार्कों का विकास, नयापुरा में स्पॉट्र्स कॉम्पलेक्स, रानपुर में ग्रीन फील्ड विकास पर 732 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
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इस तरह खर्च होगी राशि

200 करोड़ रानपुर में ग्रीन एरिया विकसित करने पर। 130 करोड़ रुपए सीवेरज सिस्टम पर। 150 करोड़ रुपए से वाटर मैनेजमेंट होगा। 150 करोड़ रुपए कोटड़ी तालाब के सौदर्यीकरण पर। 50 करोड़ रुपए शहर के नालों के सौंदर्यीकण पर। 10 करोड़ रुपए पुराने हेरिटेज व प्राचीन दरवाजों के सौंदर्यीकरण पर। 8 करोड़ रुपए कल्चरल कॉम्लैक्स पर। 5 करोड़ राजकीय स्कूलाें के स्मार्ट क्लास रूम पर। 5 करोड़ रुपए में ग्रीन फील्ड विकसित किए जाएंगे। 30 करोड़ रुपए रूफ टॉप सोलर पैनल सरकारी आवासीय बिल्डि़ंग पर। 30 करोड़ रुपए शहर के स्मार्ट रोड बनाने पर। 80 लाख रुपए इन्टॉलेशन ऑफ सोलर पम्प पर खर्च होंगे।

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