ऐसे चला घटनाक्रम 17 नवम्बर को : कांग्रेस की प्रत्याशियों की सूची में लाडपुरा से दावेदारी जा रही कल्पना देवी का नाम नहीं आया। पूर्व सांसद इज्यराजसिंह इससे नाराज हुए। मुख्यमंत्री ने तत्काल इज्यराजसिंह से मोबाइल पर सम्पर्क साधा। रात 11 बजे तक भाजपा में आने को लेकर संशय की स्थिति रही।
18 नवम्बर : मुख्यमंत्री ने अपने नजदीकी श्यामसुंदर शर्मा को बातचीत के लिए राजभवन भेजा। बातचीत की शाम करीब सात बजे कल्पना देवी के भाजपा में शामिल होने की घोषणा की गई। साथ लाडपुरा प्रत्याशी घोषित किया गया। राजावत टिकट नहीं मिलने से खफा हो गए और निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान किया।
19 नवम्बर : लाडपुरा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया। इसके बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व बातचीत करने के लिए राजावत को लगातार फोन किए, लेकिन रिसीव नहीं किया। 20 नवम्बर : मुख्यमंत्री के ओएसडी ने राजावत से मोबाइल पर बात की और मुख्यमंत्री से बातचीत के लिए जयपुर बुलाने की बात कही। इसके 11 बजे राजावत जयपुर के लिए प्रस्थान कर गए। शाम 5 बजे सीएमओ ने मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर के साथ बातचीत हुई। इसके बाद नामांकन वापस लेने की घोषणा की