मधुवन डेंटल क्लिनिक की पीडोडोंटिस्ट डॉ. दीपिका जौहरी ने बताया कि 14 वर्षीय किशोरी संगीता के परिजन उसे लेकर क्लिनिक आए थे। उसके मुंह में सूजन आ रही थी। एक्स-रे करवाने पर पता चला कि किशोरी की बत्तीसी में 50 दांत हैं, जिसकी वजह से उसे खाने-पीने में दिक्कत हो रही थी।
नीट टॉपर ने दिए टिप्स और बताया कैसे क्रैक किया एग्जाम किशोरी के दूध के दांतों की जड़ों के पीछे नए 18 दांत बन रहे थे। इस बीमारी को आडौन्टोम कहा जाता है। डॉ. दीपिका ने सावधानीपूर्वक सभी 18 दांत निकाल दिए। इलाज के बाद उसकी बत्तीसी भी समान्य 32 दांतों की हो गई।
आ रहा है सबके लिए शुभ दिन, स्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग के साथ गुरु पुष्य योग भी बनेगा 4 जुलाई को क्लिनिक संचालक डॉ. विवेक सक्सेना ने बताया कि वक्त पर इलाज नहीं होता तो किशोरी के तालु में अनियंत्रित दांतों के बनने से गांठ बन सकती थी। इलाज के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ है।
महाविद्यालयों में रही विद्यार्थियों की भीड़ कोटा. राजकीय महाविद्यालयों में इन दिनों प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। कॉलेजों में मूल दस्तावेज सत्यापन का बुधवार को अंतिम दिन था। इसके चलते विद्यार्थियों की भीड़ रही। महाविद्यालय प्रशासन ने मूल दस्तावेज जांच के लिए व्याख्याताओं की अलग-अलग टीमें लगा रखी थी। कॉलेज समय तक शाम पांच बजे तक दस्तावेज जांच का कार्य हुआ।
इससे पहले मूल दस्तावेज सत्यापन की अंतिम तिथि गत सोमवार थी, लेकिन कॉलेज आयुक्तालय ने भीड़ के चलते दो दिन और अंतिम तिथि बढ़ा दी थी। कॉलेजों में सुबह से ही विद्यार्थियों की भीड़ रही। कॉलेज के गेट पर वरिष्ठ छात्र-छात्राओं ने जूनियर छात्र-छात्राओं के दस्तावेज जांच में मदद के लिए हैल्पडेस्क लगा रखी थी।
यहां भी विद्यार्थियों की भीड़ लगी रही। जेडीबी कॉलेज की नोडल अधिकारी प्रो. विजय देवड़ा ने बताया कि विद्यार्थियों के मूल दस्तावेज सत्यापन का आखिरी दिन था। अब गुरुवार को सभी कॉलेजों में प्रवेशित विद्यार्थियों की सूची का प्रकाशन किया जाएगा। 29 जून को सेक्शन आवंटन होगा और एक जुलाई से कॉलेजों में शिक्षण कार्य शुरू हो जाएगा।