कोटा की इस बस्ती में पैंथर की दखलअंदाजी ने उड़ाई लोगो की नींद… तब नहीं पिघले गहलोत…
ऐसा नहीं है कि कर्मचारियों के प्रति सख्त रवैया केवल भाजपा की सरकारों का रहा हो। गहलोत इस मामले पर वसुंधरा पर 20 दिखाई पड़ते है। इसकी पुष्टि उनकी एक टिप्पणी से भी हो जाती है। ‘ जो कर्मचारी ईमानदार नहीं है , पूरी निष्ठा से काम नहीं करता। उसके प्रति मेरी सहानूभुति शुन्य है। जनता की कमाई से प्राप्त कर को अकर्मण्यों को लुटाने के लिए नहीं है। अपने पहले कार्यकाल में उन्होने बोनस व छुट्टी के बदले नकद जैसी सुविधाओं को बंद कर दिया था। हालांकि इसके परिणाम उन्होंने भुगते लेकिन 2 महीने की लम्बी हड़ताल के बाद भी वे पिघले नहीं। वे इस बात के पक्के हैं कि काम भी नहीं करो, सुविधा भी भोगो..यह संभव नहीं ।
ऐसा नहीं है कि कर्मचारियों के प्रति सख्त रवैया केवल भाजपा की सरकारों का रहा हो। गहलोत इस मामले पर वसुंधरा पर 20 दिखाई पड़ते है। इसकी पुष्टि उनकी एक टिप्पणी से भी हो जाती है। ‘ जो कर्मचारी ईमानदार नहीं है , पूरी निष्ठा से काम नहीं करता। उसके प्रति मेरी सहानूभुति शुन्य है। जनता की कमाई से प्राप्त कर को अकर्मण्यों को लुटाने के लिए नहीं है। अपने पहले कार्यकाल में उन्होने बोनस व छुट्टी के बदले नकद जैसी सुविधाओं को बंद कर दिया था। हालांकि इसके परिणाम उन्होंने भुगते लेकिन 2 महीने की लम्बी हड़ताल के बाद भी वे पिघले नहीं। वे इस बात के पक्के हैं कि काम भी नहीं करो, सुविधा भी भोगो..यह संभव नहीं ।