scriptकोटा में थमे 108 एम्बुलेंस के पहिए, मरीजों को ऑटो रिक्शा से ले जाना पड़ा | 108 ambulance employee in strike, demands salary | Patrika News
कोटा

कोटा में थमे 108 एम्बुलेंस के पहिए, मरीजों को ऑटो रिक्शा से ले जाना पड़ा

मांगों को लेकर एम्बुलेंस कर्मियों ने की हड़ताल- ऑटो रिक्शा व निजी वाहनों में मरीजों को ले जाना पड़ा
 

कोटाJul 30, 2019 / 10:44 pm

Rajesh Tripathi

kota news

कोटा में थमे 108 एम्बुलेंस के पहिए, मरीजों को ऑटो रिक्शा स ले जाना पड़ा

कोटा. दो माह का बकाया वेतन देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को कोटा में 108 एम्बुलेंस के पहिए थम गए। 108 और 104 एम्बुलेंस कर्मियों ने हड़ताल कर दी। शहर की पांच एम्बुलेंस को जेके लोन अस्पताल परिसर व ग्रामीण क्षेत्र में 50 एम्बुलेंस को ब्लॉक में ही खड़ा करवा दिया गया। एम्बुलेंस के पहिए थमने के बाद अस्पताल में गंभीर मरीजों को रैफर करने में काफी परेशानी हुई। कोई ऑटो रिक्शा तो कोई वैन व अन्य निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचे। इससे निजी वाहन मालिकों की भी जमकर चांदी हुई। इधर, एम्बुलेंस कर्मचारियों ने जेके लोन अस्पताल में राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
श्वानों ने दस साल के मासूम को कर दिया लहूलुहान, मां ने
दौड़कर बचाई जान

दो माह से नहीं मिला वेतन
108 एम्बुलेंस यूनियन के कोटा जिलाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि वे 2009 से लगातार कार्य कर रहे हैं। एम्बुलेंस संचालन के लिए सरकार हर साल प्राइवेट कम्पनियों को ठेका देती है। कम्पनी उन्हें समय पर भुगतान नहीं करती। कभी दो तो कभी तीन माह में भुगतान मिलता है। पिछले दो माह से उन्हें भुगतान नहीं किया गया। उनकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। राज्य सरकार से वेतन बढ़ाने का समझौता हुआ था। इसमें पायलट को 14 हजार व पीएमटी का 16 हजार भुगतान करना था, लेकिन कम्पनी ने वापस ठेका ले लिया। इससे सैलरी तो बढ़ी नहीं, भुगतान भी कम्पनी ने रोक दिया। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि बकाया भुगतान नहीं दिया गया तो अनिश्चितकाल हड़ताल करेंगे। गौरतलब है कि कोटा जिले में दो दर्जन 108 व चार दर्जन के करीब 104 एम्बुलेन्स संचालित हैं।
इनका कहना

कोटा जिले में 34 एंबुलेंस संचालित होती हैं। कर्मचारियों की 29 जून तक भुगतान की मांग थी। इस पर कपंनी द्वारा मंगलवार को वेतन उनके खातों में डाल दिया। अब कर्मचारी जुलाई का भुगतान भी एडवांस मांग रहे हैं।
भानू सोनी, मीडिया प्रभारी, जीवीकेईएमआरआइ
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो