उनका शव उसी शाम नगर में पहुंचा। इधर उनके अंतिम-संस्कार के लिए निगम में लकड़ी तक नहीं मिली। मामले में मनेंद्रगढ़ डिपो से शुक्रवार रात करीब 10 बजे लकड़ी भेजी गई। इसके बाद शनिवार सुबह शव का अंतिम संस्कार किया जा सका। महिला पार्षद महासमुंद जिले के खल्लारी विधायक की भतीजी थीं।
भाजपा की महिला पार्षद दुलारी खटिक वर्ष 2015 के नगर निगम चुनाव में सिर्फ एक वोट से जीती थीं। इस दौरान महिला पार्षद अपने पति के शराब का सेवन करने से हर दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती थी। इससे परेशान होकर महिला पार्षद ने 6 सितम्बर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी।
इस दौरान परिवार के सदस्यों द्वारा उसे जैसे-तैसे बचा लिया गया था। मामले में तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र बड़ाबाजार में भर्ती कराया गया और उनकी नाजुक हालत को देखकर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज और रायपुर रेफर किया गया था। इस दौरान शुक्रवार सुबह उनकी मौत हो गई थी और उसी शाम उनका शव चिरमिरी पहुंचा।
शनिवार की सुबह बड़ीबाजार मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सामाजिक संगठन, निगम प्रशासन के आलाधिकारी, कर्मचारी,राजनैतिक पार्टी भाजपा-कांग्रेस के दिग्गज नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे। शहर में चर्चा है कि मृतका पार्षद महासमुंद के खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक चुन्नीलाल साहू की भतीजी हैं।
बावजूद अंतिम-संस्कार करने मृतका के परिजनों को लकड़ी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। नगर निगम का डिपो खाली होने के कारण मनेंद्रगढ़ डिपो से लकड़ी मंगाकर अंतिम संस्कार किया गया है। इस दौरान विधायक श्यामबिहारी जायसवाल, सभापति कृति वासो रावल, बलदेव दास, नेता प्रतिपक्ष अयाजुद्दीन सिद्धीकी, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, शिव कुमार वर्मा, एमआईसी पार्षदव अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
मुझे नहीं जानकारी, क्यों ये बात आ रही सामने
निर्वाचित पार्षद के देहांत की खबर मिलते ही निगम कार्यालय में शोक सभा का आयोजन किया गया था और निगम कर्मचारियों को भेज कर उनकी अंत्येष्टि के लिए मुक्तिधाम स्थल की सफाई कराई गई थी। लकड़ी की व्यवस्था की मुझे जानकारी नहीं है। उनके परिवार या अन्य व्यक्ति द्वारा निगम कार्यालय में या मुझे लकड़ी की उपलब्ध्ता का कोई आवेदन नहीं दिया गया है। अब ये बातें कैसे सामने आ रही है, मुझे जानकारी नहीं है।
खजांची कुम्हार, आयुक्त नगर निगम चिरमिरी
ऐसे मामले में शहर सरकार को दिखानी चाहिए गंभीरता
ऐसे मामले में शहर सरकार या निगम के अधिकारियों को गंभीरता दिखानी चाहिए। पीडि़त परिवार की ऐसी दु:ख की घड़ी में संवेदना प्रकट करने के विपरीत अनदेखी करना व अपनी जिम्मेदारियों से भाग कर जानकारी नहीं होने की बात कहना बिल्कुल गलत है। विपक्षी पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। इसकी लिखित शिकायत कलक्टर से की जाएगी।
अयाजुद्दीन सिद्धीकी, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम चिरमिरी