scriptVideo : भारत की सबसे बड़ी ट्रैकिंग कंपनी छत्तीसगढ़ के इस जिले में, 8 सदस्यीय टीम में लंदन के भी ट्रैकर | India's biggest tracking company in Chhattisgarh, Landon tracker also | Patrika News

Video : भारत की सबसे बड़ी ट्रैकिंग कंपनी छत्तीसगढ़ के इस जिले में, 8 सदस्यीय टीम में लंदन के भी ट्रैकर

locationकोरीयाPublished: Feb 15, 2019 07:00:02 pm

भारत की सबसे बड़ी कंपनी इंडियन हैक्स बैंग्लौर के नेतृत्व में पहली बार विदेशी ट्रैकर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में टै्रकिंग करने पहुंचे

Tracking team

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बैकुंठपुर. भारत की सबसे बड़ी ट्रैकिंग कंपनी बैंग्लौर के सहयोग से विदेशी ट्रैकर सहित 8 सदस्यीय टीम गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में ट्रैकिंग करने पहुंची। हिमालय में टै्रकिंग कराने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी इंडियन हैक्स बैंग्लौर के नेतृत्व में पहली बार विदेशी ट्रैकर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में टै्रकिंग करने पहुंचे। ट्रैकिंग टीम में झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, कोलकाता, आंध्रप्रदेश सहित यूके लंदन से विदेशी ट्रैकर क्लाडियो शामिल रहे।
राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन के सहयोग से 10 फरवरी को टेडिय़ा बांध के जंगल से ट्रैकिंग की शुरुआत की गई। इस दौरान दो रात तुर्रीपानी व गिधेर के गांव में ट्रैकरों को ठहराया गया। ट्रैकर टीम ने 13 फरवरी को ग्राम झापर में पहुंचकर 35 किलोमीटर के जंगल ट्रैकिंग का समापन किया।
ट्रैकिंग टीम का कहना है कि भारत में यह उनकी दूसरी ट्रैकिंग है और राष्ट्रीय उद्यान की प्राकृतिक सुंदरता हमेशा याद रहेगी। क्योंकि इतना सुंदर व घनघोर जंगल पहली बार देखा है, इससे पहले कभी सुंदर जंगल नहीं देखा था।
इंटरनेशनल स्तर की ट्र्रैकिंग टीम में क्लाडियो लंदन, नीरज कोटवार व पूर्वा नागपुर महाराष्ट्र, मोहित भट्ट झारखंड, संजीव शर्मा बैंग्लौर, संजीव कुमार विशाखापटनम, प्रताप राय कोलकाता, सिद्धांत मुंबई व ट्रैकिंग कंपनी के टीम लीडर अखिल मेनन शामिल थे।

बालमगढ़ी पहाड़ सन प्वाइंट ने मन मोह लिया
ट्रैकरों की टीम सोनहत क्षेत्र के बालमगढ़ी पहाड़ पर पहुंची। इस स्थल को सन प्वाइंट के नाम भी जाना जाता है। टीम ने शाम करीब ५-६ बजे तक डूबते सूर्य का मनमोहक नजारा देखा और आसपास के प्राकृतिक नजारे को अपने कैमरे में कैद किया।

ट्रैकिंग स्थल के पास 7 जंगली हाथी दल पहुंचा
वन परिक्षेत्र सोनहत के ग्राम रजब्योरा, गिधेर, चंदहा, उमरभट्टी, भलुवार, रजपुरी सहित आसपास के अन्य क्षेत्र में गुरु घासीदास हाथ दल पहुंच गया था। इसमें 7 हाथी शामिल हैं। इधर फॉरेस्ट अमला आसपास निगरानी में जुटा था। क्योंकि जंगली हाथ ट्रैकिंग स्थल के आसपास कक्ष क्रमांक 173, 175 विचरण कर रहे थे।
वहीं फॉरेस्ट गार्ड तेजबली टोप्पो, जय प्रकाश ने हाथी दल की निगरानी कर सावधानी बरती और टीम को ट्रैकिंग कराई। इस दौरान ट्रैकिंग टीम ने फॉरेस्ट अमला व छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड को धन्यवाद दिया।

35 किलोमीटर ट्रैकिंग कर लौटी टीम
ट्रैकिंग टीम 2 दिन व 3 रात में टेडिय़ा बांध के जंगल से गिधेर झापरगांव तक 35 किलोमीटर जंगल ट्रैकिंग कर लौटी। ट्रैकिंग स्थल के आसपास 7 सदस्यीय हाथी दलों का विचरण होने के कारण लगातार निगरानी कर रहे थे और दो फॉरेस्ट गार्ड की निगरानी करने ड्यूटी लगी थी।
एस मर्सकोले, वनपरिक्षेत्राधिकारी कमर्जी
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