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लैंको पॉवर प्लांट : ग्रामीणों की उम्मीदों पर फिरा पानी, न हर हाथ को मिला काम और न ही हुए विकास कार्य

locationकोरबाPublished: Sep 17, 2018 10:07:53 am

Submitted by:

Shiv Singh

कंपनी ने गांव मेें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा प्रशासन से किया था। गोद लेकर कंपनी को खोड्डल में विकास कार्य कराना चाहिए था।

लैंको पॉवर प्लांट : ग्रामीणों की उम्मीदों पर फिरा पानी, न हर हाथ को मिला काम और न ही हुए विकास कार्य

लैंको पॉवर प्लांट : ग्रामीणों की उम्मीदों पर फिरा पानी, न हर हाथ को मिला काम और न ही हुए विकास कार्य

कोरबा. चांपा- कोरबा मेनरोड के किनारे पताढ़ी में करीब १३ साल पहले लैंको अमरकंटक पॉवर प्लांट की स्थापना को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। उम्मीद थी कि गांव की जमीन पर कारखाना खुलने से हर हाथ को काम मिलेगा। गांव तक पक्की सड़क बन जाएगी। स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विकास होगा।
भविष्य को संवारने की उम्मीद में ग्रामीणों ने पैतृक जमीन लैंको को औने पौने दाम पर सौंप दिया। लेकिन १३ साल में ग्रामीणों की उम्मीद पर कंपनी ने पानी फेर दिया। हार हाथ को काम देने का वादा झूठा साबित हुआ। लैंको से सबसे अधिक प्रभावित गांव खोड्डल के ग्रामीण अश्वनी सांडे कहते हैं कि लैंको ने खोड्डल को गोद लिया है। कंपनी ने गांव मेें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा प्रशासन से किया था। गोद लेकर कंपनी को खोड्डल में विकास कार्य कराना चाहिए था। लेकिन कंपनी ने कोइ काम नहीं कराया। पताढ़ी चौक से खोड्डल की ओर जाने वाली मार्ग पूरी तहत उखड़ चुकी है। सड़क पर पत्थर बिखड़ा पड़ा है। दुपहिया और चारपहिया गाडिय़ों का सफर करने वाले ग्रामीण हिचकोले खाकर सफर को मजबूर हैं। जब लैंको प्रबंधन से बात की गई तो इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं की।
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ग्रामीणों की नहीं सुनता प्रशासन
खोड्डल अनुसूचित जाति बाहूल्य इलाका है। यहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना शासन प्रशासन का काम है। लेकिन ग्रामीणों को आरोप है कि प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया है। गांव में सड़क बनाने की मांग को लेकर पंचायत के जरिए कई बार प्रस्ताव प्रशासन को भेजा जा चुका है। ग्रामीण कोरबा एसडीएम तक से मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन प्रशासन अफसर यह दलील देकर खोड्डल को लैंको ने गोद लिया है, काम नहीं कराते हैं।

सांसद व कलेक्टर भी आए पर नहीं दिए ध्यान
ग्रामीणों ने पत्रिका टीम को बताया कि इस गांव में समय-समय पर सरकारी कार्यक्रमों के आयोजन हुए हंै। इनमें भाजपा के सांसद डॉ.बंशी लाल महतो, संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन, कलेक्टर सहित सभी प्रशासनिक अधिकार आ चुके हैं। इन अधिकारियों के सामने सड़क सुधारने की मांग भी कर चुके हैं लेकिन स्थिति अभी तक नहीं बदली। बारिश में कीचड़ भर जाता है। पैदल चलना मुश्किल है।

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