दो से तीन माह का लगेगा समय
नया सफाई ठेके के तहत शुरू होने में कम से कम दो से तीन माह का समय लग सकता है। पिछले साढ़े तीन महीने से काम एक्सटेंशन पर चल रहा है। इस वजह से कोरबा व टीपीनगर सहित कई क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था सबसे अधिक लचर हो चुकी है। नया टेंडर के तहत काम शुरू होने के बाद ही व्यवस्था पटरी पर लौटेगी।
निदान 1100 भी अब ठेकेदारों के हवाले
निदान 1100 में आने वाली सफाई से जुड़ी समस्याओं को भी अब सफाई ठेकेदारों के हवाले कर दिया है। एक प्रकार से उनका काम बढ़ा दिया गया है। इसके आलावा उन्हें समय सीमा के भीतर रहकर कार्य कराना पड़ेगा। अब तक इस कार्य को निगम के नियमित सफाई कर्मी करते थे।
साइट आफिस जरूरी, वहीं से होगी निगरानी
अब सफाई ठेकेदारों को काम शुरू करने से पहले अपने-अपने जोन या फिर वार्ड मेेंं साइट ऑफिस शुरू करना होगा। इसी ऑफिस से सफाई ठेकेदारों के साथ उनके कर्मियों पर निगरानी की जाएगी। ८ घंटे की ड्यूटी में कर्मियों को दो बार उपस्थिति के साथ बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी।
देना होगा ड्रेस
नए सफाई ठेके में सफाई ठेकेदारों के अंर्तगत काम करने वाले कर्मी ड्रेस में नजर आएंगे। अब तक यह पता नहीं चलता कि कौन का कर्मी कहां ड्यूटी कर रहा है। कई बार कर्मी सुबह एक घंटे के बाद निजी काम में चले जाते थे। ड्रेस होने से उनकी पहचान हो सकेगी। कर्मियों को ड्रेस देने का काम ठेकेदार करेंगे। अगर ठेकेदार नहीं देंगे तो इसे निगम देगा और निगम ठेकेदारों से पेनाल्टी लगाकर वसूली कर लेगा।
ये प्रमुख शर्तें भी
– हड़ताल नहीं कर सकेंगे, अगर ऐसी स्थिति बनती है वैकिल्पक व्यवस्था करनी होगी।
– रविवार और अवकाश के दिन भी सफाई कराना होगा। कर्मियों को रोटेशन के आधार पर।
– अपने क्षेत्र के हर मोहल्ले में सफाई ठेकेदार, मुंशी के साथ निगम के अधिकारियों का वाट्सअप, फोन नंबर चस्पा करना होगा।
– सफाई में निर्धारित से कर्मचारी कम होने पर निगम वहां कर्मी देगा। इस पर दोगुनी राशि निगम को देनी होगी।
– काम मुंशी या फिर सुपरवाइजर के भरोसे नहीं छोड़ा जाएगा, ठेकेदार को भी मौके पर प्रतिदिन जाना होगा।
– ठेेकेदार अपने क्षेत्र के अंर्तगत आने वाले सार्वजनिक शौचालय, मुत्रालयों की सफाई प्रत्येक 2 घण्टे में करना होगा।