scriptइन रास्तों पर जाने से बचें, 1 नहीं 12 डेंजर पॉइंट जहां हो जाती हैं मौत | Avoid going on these roads, there are 12 danger points | Patrika News
कोरबा

इन रास्तों पर जाने से बचें, 1 नहीं 12 डेंजर पॉइंट जहां हो जाती हैं मौत

Road Accident: इससे इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाएं और मारे जाने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पुलिस भी हादसे को नियंत्रित करने में असफल साबित हो रही है।

कोरबाApr 09, 2024 / 04:32 pm

Shrishti Singh

accidentt.jpg
Korba Accident News: हादसे को लेकर कई कारण जिम्मेदार बताए जा रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा कारण यातायात नियमों की अनदेखी है। हाइवे पर कई स्थान ऐसे हैं, जहां गति तेज होने से यात्री दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, तो कई जगह पर लोग चौक-चौराहे पार करने के दौरान मारे जा रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण या जिला प्रशासन की ओर से कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
इससे इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाएं और मारे जाने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पुलिस भी हादसे को नियंत्रित करने में असफल साबित हो रही है। हाइवे पर होने वाले हादसे के कई अन्य कारण भी हैं। लेकिन इन कारणो को जानने के बाद भी जिला प्रशासन की ओर से कोई प्रयास गंभीरतापूर्वक नहीं किए जा रहे हैं। इससे यात्रियों की जान खतरे में हैं।
यह भी पढ़ें

CG Liquor Scam: अनवर ढेबर और अरविंद सिंह की बढ़ी मुश्किलें, अब 12 अप्रैल तक रहेंगे EOW की रिमांड पर

रंगोले चौंक: राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाली विकासखंड में स्थित रंगोली चौक दुर्घटना की दृष्टि से सबसे अधिक खतरनाक चौक है। इस चौक के दोनों ओर बड़ी संख्या में आबादी निवास करती है। सड़क के एक छोर पर रहने वाले गांव के लोग दूसरी छोर पर चौक पार करके जाते हैं। हाइवे पर गाड़ियाें की रफ्तार अधिक होने के कारण कई बार ग्रामीण चौक पार करते समय हड़बड़ा जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। कई बार तो दाएं-बाएं देखे बिना ही हाइवे पर चढ़ते और भारी गाड़ियों की चपेट में आ जाते हैं। गांव के लोगों ने यहां ओवरब्रिज बनाने की मांग की थी। उनका कहना था कि इस क्षेत्र में 50 से अधिक गांव के लोग एप्रोच रोड के माध्यम से रंगोले चौक को पार करके आना-जाना करते हैं। बताया जाता है कि रंगोले पर पूर्व में ओवरब्रिज प्रस्तावित था। जिसे बाद में यहां से हटकर बना दिया गया।
हादसे की दृष्टि से पाली क्षेत्र में स्थित मुनगाडीह पुल, गाजरनाला और कपोट में भी गंभीर दुर्घटनाएं होती है। मुनगाडीह पुल के करीब अंधा मोड़ होने के कारण चालक वाहन का नियंत्रित नहीं कर पाते। गाजर नाला पर भी यात्री हादसे का शिकार हो जाते हैं। मोरगा के पास स्थित हसदेव नदी पुल के पास अंधा मोड़ है। अंबिकापुर से कटघोरा की तरफ आने वाले यात्रियों के लिए यह मोड़ बेहद खतरनाक है। पिछले महीने एल्युमिनियम लोड ट्रक का चालक हसदेव पुल को पार करने के बाद पहाड़ के बड़े पत्थर से टकरा गया था। इसमें उसकी मौत हो गई थी। हाइवे पर मोरगा के आगे अंबिकापुर सुरगुजा में स्थित ताराघाटी भी बेहद खतरनाक है।
यह भी पढ़ें

नशे में बात करते हैं कांग्रेसी, महिलाओं को 1 लाख देने की घोषणा पर पूर्व मंत्री ने कही ये बात

मदनपुर: राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोरगा चौकी क्षेत्र में मदनपुर घाट स्थित है। इस घाट पर सर्पाकार मोड़ है। हाइवे होने के कारण यहां से गाड़ियां तेजी से होकर गजुरती है। कई गाड़ियों की रफ्तार तो 100 किलोमीटर प्रतिघंटे से भी अधिक होती है। सर्पाकार मोड़ होने के कारण इस मार्ग पर पहली बार गाड़ी चलाने वाला चालक यहां अपने वाहन को संभाल नहीं पाता है और सड़क से उतरकर सीधे खाई में गिर जाता है। वर्तमान में मदनपुर के पास दोनों ओर रेलिंग लगाई गई थी। वाहन के टक्कर से रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई है और अब कई बार तेजरफ्तार गाड़ियां सड़क से उतरकर सीधे खाई में गिर जाती है। दुर्घटना की दृष्टि से मोरगा बस स्टैंड भी बेहद खतरनाक है। हालांकि बस स्टैंड के दोनों ओर सड़क सीधी है। हाइवे पर गाड़ियों की रफ्तार इतनी अधिक रहती है। सड़क पार करते समय अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो