बस्ती विभाग के एमआईसी स्वपन समाद्दार ने बताया कि शहर में सुलभ व पे एंड यूज टॉयलेटों की संख्या 400 के आस-पास है। भीड़-भाड़ वाले बाजारों से लेकर शहर के बड़ी आबादी वाले इलाकों तक में कम से कम एक शौचालय बना हुआ है। मगर जानकारी के अभाव से नए लोग अथवा शहर के बाहर से आए लोग जरूरत पडऩे पर शौचालय तक नहीं पहुंच पाते हैं, इसे लेकर निगम के पास कई शिकायतें भी आई हैं। लोगों की इन परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए केएमसी की ओर से यह अहम फैसला लिया है।
– मोबाइल ऐप्प चालू करने की योजना बना रहा केएमसी:-
एमआईसी ने बताया कि निगम शौचालय सम्बंधी जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक मोबाइल ऐप्प चालू करने की योजना भी बना रहा है। इस ऐप्प में कौन से इलाके में कितने शौचालय हैं, कितने रूपए लगते हैं आदि जैसी जुड़ी कई अन्य अहम जानकारियां दी रहेंगी। इसके साथ ही शहर में लोगों के लिए मोबाइल टॉयलेट भी चालू होने जा रहा है। एमआईसी के अनुसार मोबाईल टॉयलेट चालू होने के बाद ही ऐप्प लाने की योजना बनाई जा रही है। उक्त मोबाइल टॉयलेट की जानकारी भी उस ऐप्प में दी रहेगी। साथ ही उसे ट्रैक भी किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष ही मोबाइल टॉयलेट के लिए टेंडर पास हो जाएगा और दुर्गा पूजा से पहले शहर में यह टॉयलेट लोगों की सुविधा के लिए भीड़-भाड़ वाले बाजारों में दिखने लगेगा। पहले स्तर में निगम ने 8-10 मोबाइल टॉयलेट खोलने की योजना बनाई है।