कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल 400 बेड वाला स्टेट कैंसर सेंटर बनाने की तैयारी में है। कीमोथेरेपी से लेकर कैंसर रोग के लिए हर तरह के इलाज की व्यवस्था यहां की जाएगी।
इसके लिए छह महीने पहले से काम शुरू हो चुका है। मेडिकल प्रिंसिपल के कार्यालय के सामने एक दस-मंजिला नया भवन तैयार हुआ है। कैंटीन और डॉक्टरों के आवासन को तोड़ दिया गया हैं। अस्पताल की नींव वहीं पर रखी जा रही है। आगामी दो वर्षों के अन्दर राज्य सरकार संचालित इस कैंसर केंद्र के शुरू होने की उम्मीद है। राज्य की मेडिकल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ. निर्मल मांझी ने
इसके लिए छह महीने पहले से काम शुरू हो चुका है। मेडिकल प्रिंसिपल के कार्यालय के सामने एक दस-मंजिला नया भवन तैयार हुआ है। कैंटीन और डॉक्टरों के आवासन को तोड़ दिया गया हैं। अस्पताल की नींव वहीं पर रखी जा रही है। आगामी दो वर्षों के अन्दर राज्य सरकार संचालित इस कैंसर केंद्र के शुरू होने की उम्मीद है। राज्य की मेडिकल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ. निर्मल मांझी ने
बताया कि राज्य सरकार ने सेंटर की दस मंजिला इमारत के निर्माण के लिए 46 करोड़, कैंसर उपचार उपकरणों की खरीद के लिए 14 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए हैं। दो लेनियर एक्सीलेटर भी लगाए जाएंगे। स्टेट कैंसर सेंटर में जरूरतमंद रोगियों की मुफ्त में आधुनिक चिकित्सा होगी।
वहीं कैंसर की चिकित्सा के लिए ख्यातिप्राप्त चितरंजन कैंसर अस्पताल की मौजूदा बेड संख्या २०० को कम मानते हुए राजरहाट में चित्तरंजन का दूसरा परिसर तैयार किया जा रहा है। जो 550 बेड वाला होगा।
वहीं कैंसर की चिकित्सा के लिए ख्यातिप्राप्त चितरंजन कैंसर अस्पताल की मौजूदा बेड संख्या २०० को कम मानते हुए राजरहाट में चित्तरंजन का दूसरा परिसर तैयार किया जा रहा है। जो 550 बेड वाला होगा।
एनआरएस अस्पताल के हेमेटोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. चक्रवर्ती ने बताया कि जिला अस्पतालों में डिस्ट्रिक्ट कैंसर सेंटर Óबनाया गया है। वहां डे केयर की व्यवस्था है। मेडिकल कॉलेज स्टेट कैंसर सेंटर में, एक छत के नीचे कैंसर के सभी प्रकार के उपचार प्रदान करना संभव है। डाक्टरों का मानना है कि 50 प्रतिशत कैंसर रोगी सरकारी अस्पताल तक नहीं पहुंच सकते। ऐसे में रोगियों के लिए धीरे-धीरे बिस्तरों की संख्या बढ़ाया जाना आवश्यक है।