कोलकाता
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि मणिपुर पीपुल्स प्रोटेक्शन बिल राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) जैसा नहीं होगा। यह बिल किसी को भी राज्य में बसने से नहीं रोकेगा। वे शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी साल 23 जुलाई में बिल पास हुए इस बिल का उद्देश्य उन मीटिज, पंगा मुस्लिम, आदिवासी और मणिपुर के दूसरे सजातीय को नागरिकता प्रदान करना है, जो 1951 से पहले राज्य में आए हुए हैं। इसके अलावा गैर मणिपुरी मूल के लोगों को अधिसूचना जारी किए जाने से एक महीने के भीतर पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर से एनआरसी से को लेना-देना नहीं है। एनआरसी सिर्फ असम के लिए है। पीपुल्स बिल में किसी भी भारतीय नागरिक को मणिपुर में बसने से रोकने का प्रावधान नहीं है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि मणिपुर पीपुल्स प्रोटेक्शन बिल राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) जैसा नहीं होगा। यह बिल किसी को भी राज्य में बसने से नहीं रोकेगा। वे शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी साल 23 जुलाई में बिल पास हुए इस बिल का उद्देश्य उन मीटिज, पंगा मुस्लिम, आदिवासी और मणिपुर के दूसरे सजातीय को नागरिकता प्रदान करना है, जो 1951 से पहले राज्य में आए हुए हैं। इसके अलावा गैर मणिपुरी मूल के लोगों को अधिसूचना जारी किए जाने से एक महीने के भीतर पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर से एनआरसी से को लेना-देना नहीं है। एनआरसी सिर्फ असम के लिए है। पीपुल्स बिल में किसी भी भारतीय नागरिक को मणिपुर में बसने से रोकने का प्रावधान नहीं है।
———————————— बातचीत कर होगा ममता की रैली में शामिल होने का फैसला कोलकाता
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को कहा कि ममता बनर्जी की रैली में शामिल होने के मुद्दे पर पार्टी पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श करेगी। इस बारे में अंतिम फैसला लेने से पहले पार्टी बंगाल प्रभारी गौरव गोगोई व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा के साथ भी विचार विमर्श करेगी। कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है और प्रदेश इकाइयों से बातचीत कर ही फैसला करती है। तृणमूल के साथ समझौते की संभावना का सीधा-सीधा जवाब देने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि माकपा व कांग्रेस में राजनीतिक व वैचारिक मतभेद हैं। दोनों केरल, बंगाल व त्रिपुरा में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव भी लड़ती हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर देशहित में दोनों एक साथ हैं। इस बारे में सोमेन मित्रा ने कहा कि कौन किसके साथ जाएगा, इस बारे में वे कुछ नहीं जानते। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस को अपने पैर पर खड़ा होने को कहा है। कांग्रेस को मजबूत होने के लिए कहा है, हम उसी का पालन करेंगे। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का संकेत देते हुए उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि विरोधी दलों को साइनबोर्ड में तब्दील करना ही ममता बनर्जी की राजनीति है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को कहा कि ममता बनर्जी की रैली में शामिल होने के मुद्दे पर पार्टी पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श करेगी। इस बारे में अंतिम फैसला लेने से पहले पार्टी बंगाल प्रभारी गौरव गोगोई व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा के साथ भी विचार विमर्श करेगी। कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है और प्रदेश इकाइयों से बातचीत कर ही फैसला करती है। तृणमूल के साथ समझौते की संभावना का सीधा-सीधा जवाब देने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि माकपा व कांग्रेस में राजनीतिक व वैचारिक मतभेद हैं। दोनों केरल, बंगाल व त्रिपुरा में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव भी लड़ती हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर देशहित में दोनों एक साथ हैं। इस बारे में सोमेन मित्रा ने कहा कि कौन किसके साथ जाएगा, इस बारे में वे कुछ नहीं जानते। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस को अपने पैर पर खड़ा होने को कहा है। कांग्रेस को मजबूत होने के लिए कहा है, हम उसी का पालन करेंगे। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का संकेत देते हुए उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि विरोधी दलों को साइनबोर्ड में तब्दील करना ही ममता बनर्जी की राजनीति है।