West Bengal: MLA Area Developement Fund पर राजनीति का आरोप
कोलकाताPublished: Jul 08, 2019 09:12:20 pm
पश्चिम बंगाल में विधायकों के क्षेत्र विकास निधि पर राजनीति होने का आरोप सामने आया है। इसे लेकर कांग्रेस और वाममोर्चा विधायक ने सोमवार को स्पीकर (Speaker Biman Banerjee) विमान बनर्जी से हस्तक्षेप की अपील की। माकपा के वरिष्ठ विधायक (CPM MLA ) तन्मय भट्टाचार्य ने प्रश्नकाल के बाद यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले तीन साल में उन्होंने अपने क्षेत्र विकास निधि से मात्र 23 लाख रुपए खर्च कर पाए हैं।
West Bengal: MLA Area Developement Fund पर राजनीति का आरोप
– कांग्रेस-वाम विधायकों ने स्पीकर से लगाई न्याय की गुहार
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में विधायकों के क्षेत्र विकास निधि पर राजनीति होने का आरोप सामने आया है। इसे लेकर कांग्रेस और वाममोर्चा विधायक ने सोमवार को स्पीकर (Speaker Biman Banerjee) विमान बनर्जी से हस्तक्षेप की अपील की। माकपा के वरिष्ठ विधायक (CPM MLA ) तन्मय भट्टाचार्य ने प्रश्नकाल के बाद यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले तीन साल में उन्होंने अपने क्षेत्र विकास निधि से मात्र २३ लाख रुपए खर्च कर पाए हैं। उत्तर दमदम नगरपालिका (North Dumdum Municipality) इलाके में विकास कार्य के मद में यह राशि खर्च हुई। जबकि पड़ोस की न्यू बैरकपुर नगरपालिका ने उनका फण्ड लेने से यह कहते हुए मना कर दिया है कि वे विपक्षी विधायक हैं। तन्मय ने इस मामले में स्पीकर का ध्यान आकर्षित करते हुए सवाल किया कि क्या यह सरकारी नियम बन गया है? तन्मय के सुर में सुर मिलाते हुए कांग्रेस के (Congress MLA Manoj Chakraborty) मनोज चक्रवर्ती यहां तक कि विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान (Abdul Mannan) सरीखे वरिष्ठ विधायक भी मुखर हुए। इस दौरान सदन में उपस्थित संसदीय कार्य राज्य मंत्री तापस राय ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो यह गलत है। राज्य के किसी भी हिस्से में जहां विकास कार्य होगा, स्थानीय विधायकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। मामले में हस्तक्षेप करते हुए स्पीकर ने कहा कि स्थायी समिति की बैठक में इसकी चर्चा होगी। इससे पहले Urban Development Department ने समस्त नगरपालिकाओं को इस संदर्भ में एक निर्देश जारी कर दिया है। कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती ने बताया कि 2016 से ऐसा ही हो रहा है। विपक्षी विधायकों को उनके क्षेत्रिय विकास निधि का सदुपयोग करने से रोका जा रहा है। विधायक की ओर से अनुमोदित योजनाओं को कलक्टर कार्यालय ठंडे बस्ते में डाल देता है। सांसद क्षेत्रिय विकास (MPLAD)निधि के मामले में भी सांसद अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Choudhary) के साथ ऐसा ही हुआ है।