नई दिल्ली/कोलकाता दिल्ली के जंतर-मंतर में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के धरना मंच से बिना सीटों का बंटवारा किए भाजपा विरोधी महागठबंधन का नया फंडा देने के दो घंटे बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार रात विपक्ष दलों का चुनाव पूर्व गठबंधन होने की घोषणा की। उन्होंने इस पर कांग्रेस सहित अन्य सभी दलों की सहमति होने का दावा करते हुए न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने के लिए 27 और 28 फरवरी को फिर बैठक करने का ऐलान किया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताों ने इस पर सहमति जताई।
धरने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्र बाबू नायडू और ममता बनर्जी सहित अन्य भाजपा विरोधी दलों के नेताओं ने शरद यादव के आवास पर बैठक की। बैठक के बाद साझा संवाददाता सम्मेलन में ममता बनर्जी ने कहा कि सभी विपक्षी दल चुनाव पूर्व गठबंधन करने पर राजी हुए हैं और सीटों का बंटवारा किया जाएगा। चुनाव से पहले समस्या नहीं हो इस लिए न्यूतम साझा कार्यक्रम बनाया जाएगा। इसके लिए 27 और 28 फरवरी को फिर बैठक होगी और गठबंधन जनता से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हटाने और जनता की सरकार बनाने की अपील करेगा। इससे पहले इस पर सहमति जाहिर करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस, भाजपा और मोदी से देश के संवैधानिक संस्थानों को बचाने के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन पर सकारात्मक बात हुई और न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने के लिए बातचीत शुरू हुई है। इसके बाद बारी-बारी से केजरीवाल, नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, चंद्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार सहित अन्य नेताओं ने चुनाव पूर्व भाजपा विरोधी गठबंधन पर सकारात्मक होने का दावा किया। हालांकि राहुल गांधी ने दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता से सीटों के बंटवारे पर कोई बात नहीं होने से इनकार कर दिया। इससे पहले पश्चिम बंगाल में किसी को भी एक भी सीट नहीं देने और कहीं भी सीट बंटवारा करने से इनकार करते हुए ममता बनर्जी ने राज्य में कांग्रेस और माकपा से लडऩे और केन्द्र में भाजपा के खिलाफ गठबंधन का फार्मूला सुझाया।