हर बार बदल देते हैं तस्करी का तरीका स्थानीय सूत्रों ने बताया कि सीमा पर गौ तस्क री के हर बार नए तरीके होते हैं। पहले फें सिंग के जरिए भी गायों को इस पार से उस पार ले जाया जाता था। वहां लगाम लगने पर कुछ दिनों छोटी गाडिय़ों में बोरे में गायों को बंद कर उनकी तस्करी की जाती है। वहीं नाके पर चेकिंग में कड़ाई होने के बाद यह तस्करी अब पानी के रास्ते होने लगी।