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अब ममता को भगाने की बारी-मंत्री

locationकोलकाताPublished: Aug 28, 2017 11:14:00 pm

केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय ने रविवार को बिहार की राजधानी पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की महारैली में जुटे नेताओं

Mahendra Nath Pandey

Mahendra Nath Pandey

कोलकाता. केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय ने रविवार को बिहार की राजधानी पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की महारैली में जुटे नेताओं को चोरों की जमात करार दिया। उन्होंने दावा कि असम के बाद अब बंगाल से ममता बनर्जी को भगाने की बारी है।


मंत्री ने कहा कि बहुत पहले फिल्म चोर मचाए शोर आई थी। पटना के गांधी मैदान में भी सभी चोर जमा हुए हैं। सभी के दामन भ्रष्टाचार से दागदार हैं। वे सभी एकजुट हो कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेडऩे वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ शोर मचा रहे हैं। वे भाजपा के शिक्षक सेल के राज्य सम्मेलन में में बोल रहे थे। इस मौके पर प्रदेश भाजपा के महासचिव (संगठन) सुब्रत चट्टोपाध्याय, शिक्षक सेल के संयोजक डी. विश्वास उपस्थित थे।


ममता बनर्जी पर तीखा वार करते हुए डॉ पाण्डेय ने कहा कि वह भाजपा भारत छोड़ो का नारा दे रही हैं। कभी असम के कांग्रेस नेता देवकान्त बरुआ ने नारा दिया था कि इंडिया इज इंदिरा और इंदिरा इज इंडिया। उस असम में अब भाजपा की सरकार है। ठीक उसी तरह अब भाजपा बंगाल से ममता बनर्जी को भगाएगी। दुर्गा प्रतिमाओं के विर्सजन पर रोक लगाकर ममता बंगाल की संस्कृति को खत्म कर रही हैं।


क्या विवेकानंद का विरोध करेगी
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने बार बार केन्द्र के निर्देशों का विरोध कर रही हैं। अब केन्द्र सरकार ११ सितंबर को शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद के भाषण के १२५ वर्ष पूरे होने पर देश के सभी शिक्षण संस्थानों में कार्यक्रम करेगी। क्या ममता सरकार इसका भी विरोध करेगी।


त्रिपक्षीय बैठक से दार्जिलिंग समस्या का हल संभव
माकपा राज्य सचिव डॉ. सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि त्रिपक्षीय बैठक से ही दार्जिलिंग समस्या का समाधान संभव है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जिद और गलत प्रशासनिक फैसलों के कारण पहाड़ पर आग भडक़ी है।


उत्तर बंगाल में सांगठनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए डॉ. मिश्र ने कूचबिहार में संवाददाताओं से बातचीत में ऐसा कहा। उन्होंने कहा कि पहाड़ की हिंसा के लिए मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हट सकती है। पहाड़ के संदर्भ में सरकार और आंदोलनकारी दोनों को संयम बरतना चाहिए। पहाड़ की समस्या का समाधान का एकमात्र उपाय त्रिपक्षीय बैठक ही है, पर केंद्र और राज्य सरकार अपने दायित्वों से पीछे हट रही है।


माकपा राज्य सचिव ने कहा कि तृणमूल के शासन में बंगाल में साम्प्रदायिक शक्तियां मजबूत हुई हैं। जब तक तृणमूल की सरकार रहेगी, भाजपा से मुकाबला संभव नहीं है।

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