हावड़ा में कई ऐसे जर्जर ब्रिज हैं जो हादसे को दावत दे रहे हैं। कई कनेक्टर रोड की हालत भी जर्जर है। यदि समय पर इनकी मरम्मत नहीं की गई तो कभी भी ब्रिज ढह सकते हैं। हावड़ा शहर को उत्तर हावड़ा से दक्षिण हावड़ा को जोडऩे वाले ब्रिज के क्रम में बंकिम सेतु व बंगालबाबू का ब्रिज है। जहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में मालवाही वाहन से लेकर आम वाहन जाते और आते हैं। इसमें बंकिम सेतु से जब वाहन गुजरते हैं तो इसकी वजह से कंपन का अनुभव होता है। क्योंकि इस ब्रिज के दोनों ओर फुटपाथ है। उससे गुजरने के दौरान ही यह अनुभव हर किसी को होता है। बंकिम सेतु जैसे पुराना है। इसलिए इसकी जर्जरता को देखते हुए इसमें वाहनों की गति की समय सीमा पुलिस ने तय की थी। वाहन चालक इसकी अनदेखी कर इस पर तेजी से वाहन दौड़ाते है। इनको रोकने वाला कोई नहीं है। ईस्ट वेस्ट मेट्रो रेल परियोजना के काम के लिए इस ब्रिज को कमजोर मानकर ही को दो दिन के बंद किया गया था। उस समय काफी समस्या हुई थी। इससे साफ होता है कि ब्रिज कितना मजबूत है। ब्रिज से पानी नीचे टपकता रहता है। ब्रिज की रेलिंग टूटी हुई है।