नई दिल्ली स्थित भाजपा के मुख्यालय में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य मुकुल राय ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक सुनिल सिंह और नोवापाड़ा के 12 पार्षदों को पार्टी में शामिल कर लिया। जिनमें गारुलिया नगरपालिका के वाइस चेयरमैन सुब्रत बनर्जी भी शामिल हैं।
इस मौके पर बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह उपस्थित थे, जो सुनील सिंह के बहनोई हैं। इससे पहले सुनील के पुत्र तृणमूल युवा कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
अर्जुन सिंह लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। तब वे भांटपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक और भांटपाड़ा नगरपालिका के चेयरमैन थे।
सुनील सिंह ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के आतंक, मुख्यमंत्री की जाति व धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की राजनीति को पार्टी छोडऩे का कारण बताया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विकास की नीति को भाजपा में शामिल होने का कारण बताया।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में अभिषेक बनर्जी ने आतंक फैला रखा है। बंगाल में चल रहे सिंडिकेट राज चरम पर है और मुख्यमंत्री बंगाल में जाति, धर्म और भाषा के आधार पर लोगों को बांटने की राजनीति कर रही हैं। लचर कानून-व्यवस्था के कारण जूनियर डॉक्टरों पर हमला हुआ और उन्हें अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए सात दिन से हड़ताल करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मामले को सुलझाने के बजाए हड़ताल पर गए डॉक्टरों को धमका कर मामले को उलझा दिया था। बंगाल की जनता को ये सब पसंद नहीं है। राज्य की जनता सबका साथ सबका विकास चाहती है। दिल्ली में मोदी जी की सरकार है और हम चाहते हैं कि बंगाल में भी भाजपा की सरकार बने और राज्य का विकास हो।