पश्चिम बंगाल सरकार दुर्गापूजा कार्निवल के बाद अब फ्रांसीसी शहर चंदननगर के जगद्धात्री पूजा कार्निवल की तैयारी में जुटी हुई है।
विश्व के मानचित्र पर चंदननगर का जगद्धात्री पूजा कार्निवल
– राज्य सरकार ने आवंटित किए 50 लाख की राशि – विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करना लक्ष्य कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार दुर्गापूजा कार्निवल के बाद अब फ्रांसीसी शहर चंदननगर के जगद्धात्री पूजा कार्निवल की तैयारी में जुटी हुई है। कोलकाता के रेड रोड पर दुर्गापूजा कार्निवल की तर्ज पर हुगली की प्राचीन उत्सव को विश्व पटल पर ले जाना सरकार का प्रयास है। 13 नवम्बर से शुरू होने वाले इस पूजा का समापन 18 नवम्बर को प्रतिमा विसर्जन के माध्यम से समापन होना है। कार्निवल पर भव्य शोभायात्रा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इसके लिए 50 लाख की राशि आवंटित की है। उल्लेखनीय है कि हुगली जिले के विभिन्न इलाकों में कुल 161 सार्वजनिक जगद्धात्री पूजा का आयोजन होता है। इनमें से करीब 77 सर्वश्रेष्ठ प्रतिमाएं कार्निवल के लिए चुनी गई हैं। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जगद्धात्री पूजा कार्निवल के भव्य आयोजन के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय ने इस संदर्भ में हुगली जिला प्रशासन को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया है। राज्य के सूचना व संस्कृति विभाग की निगरानी में कार्निवल का आयोजन हो रहा है। 8 किमी. रास्ता तय करेगा कार्निवल-चंदननगर-भद्रेश्वर केंद्रीय जगद्धात्री पूजा कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष निमाई दास ने पत्रिका को बताया कि जगद्धात्री पूजा कार्निवल पर निकलने वाली शोभायात्रा करीब 8 किमी. का रास्ता तय करेगी। चंदननगर के स्ट्रैण्ड रोड पर करीब 3 किमी. रास्ते में मुख्य नजारा दर्शनार्थियों को देखने को मिलेगा। जहां विदेशी मेहमानों के लिए विशेष पैविलियन बनाया जा रहा है। इस अवसर पर बिजली की कलाकृतियों के माध्यम से बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया जाएगा। दास के अनुसार प्रतिमा विसर्जन 18 नवम्बर को शाम 5.30 बजे से शुरू होने की संभावना है। परम्परा के अनुसार अधिकांश प्रतिमाएं रानीघाट और शिवबाटी घाट पर ही विसर्जित की जाती हैं।
इनका कहना है- विश्व पर्यटन के मानचित्र पर जगद्धात्री पूजा कार्निवल को पेश करना है। राज्य प्रशासन की देखरेख में जगद्धात्री पूजा कार्निवल का यह पहला मौका है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे विश्व स्तर की मर्यादा देना चाह रही हैं। हुगली जिले के चंदननगर, श्रीरामपुर और चुंचूड़ा से बाहर जगद्धात्री पूजा के महत्व को दर्शाना है।- इंद्रनील सेन, सूचना व संस्कृति राज्य मंत्री, प.बंगाल।