सरकारी हिदायत के बाद भी टास्क फोर्स बाजारों में निगरानी नहीं कर पा रही है, नतीजन प्याज सहित सभी सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी आ गई है। मिली जानकारी के अनुसार टास्क फोर्स में 10 सदस्य हैं, जबकि सिर्फ महानगर में 358 बाजार हैं। इस कारण वे प्रति दिन निगरानी नहीं कर पा रहे हैं।
स्टाफ बढ़ाने की अपील
सरकार को संख्या बढ़ाने को कहा गया है लेकिन अब तक कदम नहीं उठाया गया है। टास्क फोर्स ने गुरुवार को सियालदह, बड़ाबाजार सहित कई बाजारों का मुआयना किया। टास्क फोर्स के सदस्यों का कहना है कि वे जिस बाजार में जाते हैं, वहां पर कुछ दिनों के लिए कीमत सामान्य हो जाती है। नियमित नहीं जाने पर स्थिति वहीं हो जाती है। यदि नियमित बाजारों का निरीक्षण किया जाए, तो कीमत पर नियंत्रण हो सकता है। इसके लिए राज्य सरकार को टास्क फोर्स में और सदस्यों की संख्या बढ़ानी चाहिए। जिससे नियमित कार्रवाई की जा सके। कुछ लोग मौका देख लाभ उठाने के फिराक में रहते हैं।
थोक व खुदरा में अलग अलग कीमत
महानगर में प्याज के थोक व खुदरा बाजार में अलग अलग कीमत है। थोक बाजार में 40 किलोग्राम प्याज की कीमत 1150-1200 रुपए है। इसके आधार पर एक किलो प्याज की कीमत 30 रुपए प्रति किलो होनी चाहिए। अगर व्यापारी इसमें परिवहन व अन्य खर्च भी जोड़ते हैं तो अधिकतम कीमत 35 होनी चाहिए लेकिन बाजार में 40 से 50 रुपए किलो प्याज बिक रहा है।
खपत और उत्पादन में बड़ा फासला
व्यापारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश में कृषकों की मौत को देखते हुए सरकार ने प्याज खरीद तो लिया लेकिन सरंक्षण नहीं कर पाई। इस वजह से पूरे देश में प्याज की कमी हो गई है। बंगाल में कुल 25 फीसदी कमी है। बंगाल में प्याज की खपत प्रति महीने 18 लाख मीट्रिक टन है जबकि बंगाल सिर्फ 5 लाख मीट्रिक टन प्याज उत्पादन करता है। बाकी आंध्र प्रदेश व नासिक से मंगवाता है। वहां से इस महीने 25 फीसदी प्याज कम आई है।
डिस्प्ले बोर्ड लगाने की मांग
टास्क फोर्स की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रति बाजारों में डिस्प्ले बोर्ड लगाने को कहा गया है। ये डिस्प्ले बोर्ड बाजारों के सामने लगे रहेंगे जिसमें प्रति दिन सब्जियों के भाव लिखे जाएंगे। थोक व खुदरा कीमत लिखी रहेगी। इससे लोगों को पता चल पाएगा कि थोक व खुदरा में क्या भाव है।
निगरानी बढ़ी समस्या
निगरानी के लिए स्टाफ की कमी है। इस समस्या को सरकार को बताया गया है। सरकार को सुझाया गया है कि इस समस्या का हल कुछ हद तक डिस्प्ले बोर्ड कर सकता है। तुरंत सभी बाजारों में डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाए।
कमल दे, थोक व्यापारी, सदस्य टास्क फोर्स