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मोदी के नाम पर यह कैसा संकल्प….

locationकोलकाताPublished: Apr 26, 2019 09:39:52 pm

Submitted by:

Jyoti Dubey

– देश में अगली सरकार किसकी होगी? कौन अगले 5 सालों के लिए इस देश की बागडोर अपने हाथों में संभालेगा? इसका फैसला भले ही 7 चरणों के मतदान खत्म होने के बाद आगामी 23 मई को होगा। मगर उससे पहले इस मोदी भक्त से मिलिए जिन्होंने देश के वर्तमान प्रधानमंत्री को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए अन्न और नमक छोड़ने का संकल्प ले लिया है। इनका नाम है आर्य प्रह्लाद गिरि है।

Kolkata, Kolkata, West Bengal, India

मोदी के नाम पर यह कैसा संकल्प….

– मोदी के शपथ ग्रहण तक फलाहार पर रहने का लिया प्रण, एक महीने से व्रत पर है पुजारी

कोलकाता. देश में लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व की शुरूआत हो चुकी है। विभिन्न पाटिर्यों के उम्मीदवार जीत हासिल करने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। वहीं विभिन्न पार्टियों के समर्थक भी पसंदीदा उम्मीदवार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए अभिनव तरीके से प्रचार में जुटे हुए हैं। देश के वर्तमान प्रधानंत्री नरेन्द्र मोदी को दुबारा प्रधानमंत्री के रूप में देखने का प्रण लेकर आसनसोल के निंगा गांव के एक पुजारी 1 महीने से उपवास पर हैं। निंगा के निंगेश्वर मंदिर के व्रतधारी पुजारी का नाम आर्य प्रह्लाद गिरि है। वे 23 मार्च(बलिदान दिवस) से अन्न व नमक का त्याग कर फलाहार पर हैं।

राजस्थान पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे हठयोग पर हैं। नरेन्द्र मोदी के अगले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण तक फलाहार ग्रहण करेंगे। उन्हें पूरा भरोसा है कि देश की बाग-डोर एक बार फिर से नरेंद्र मोदी ही संभालेगे और अगर ऐसा न हुआ तो वे आजीवन फलाहार पर अपना जीवन व्यतीत कर देंगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सच्चे देश भक्त नेता हैं। उनके दोबारा प्रधानमंत्री बनने से इस देश की तरक्की होगी और भारत वर्ष का दुनिया के पटल पर अलग ख्याति हाशिल करेगा। उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है पर वे मोदी की देशभक्ति से प्रभावित हैं।

बिहार की राजधानी पटना से 40 वर्षों पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल में आकर बसे 64 वर्षीय आर्य प्रह्लाद गिरि स्थानीय मंदिर के पुजारी है। इससे पूर्व गत 2014 में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का हठयोग कर उन्होंने 10 दिनों का मौन व्रत रखा था।

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