इधर, राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि आधिकारिक तौर पर विज्ञप्ति जारी हो जाने के बाद एसी हॉल में 05 रु और नॉन एसी हॉल में 03 रु सर्विस चार्ज प्रति टिकट बढ़ाया जा सकता है। Eastern India Motion Pictures Association की अध्यक्ष पिया सेनगुप्ता ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के सूचना और संस्कृति विभाग ने उनकी मांगों को देखते हुए एसी और नॉन एसी सिनेमा घर के टिकटों पर सर्विस चार्ज बढ़ाने का संकेत दिया है। फलस्वरूप ईम्पा ने अस्थाई तौर पर हड़ताल टालने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बारे में मौखिक आश्वासन दिया है। इसकी वजह से हिन्दी और अंग्रेजी फिल्म रिलीज करने वाले, सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल मालिकों को सर्विस चार्ज नहीं देते हैं। ईम्पा लंबे समय से यह मांग करती रही है कि नॉन एसी सिनेमा हॉल में प्रत्येक टिकट पर कम से कम 5 रु और एसी सिनेमा हॉल में प्रत्येक टिकट पर कम से कम 10 रु सर्विस चार्ज वसूला जाना चाहिए। वर्तमान में यह अंक क्रमश: दो और तीन रुपए है। सिनेमा हॉलों के रखरखाव तथा अन्य खर्च को वहन करने करने के लिए यह जरूरी हो गया है।
राज्य में घटी सिनेमाघरों की संख्या-
सूचना और तकनीक का हाथ पकडक़र तेजी से विकसित होती दुनिया के साथ सिनेमा हॉल भी मल्टीप्लेक्स हो गए हैं। ऐसे में सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल को चालू रखना मालिकों के लिए मुश्किल हो गया है। ईम्पा की अध्यक्ष सेनगुप्ता ने बताया कि पश्चिम बंगाल में पहले 900 सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल थे जो अब घटकर केवल 200 रह गए हैं। भविष्य में राज्य सरकार से सहयोग नहीं मिला तो सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।