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देश के घर-घर से सेना में हो एक जवान -अभिषेक बनर्जी

locationकोलकाताPublished: Feb 20, 2019 10:03:07 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

कहा, बुलेट ट्रेन से पहले जवानों के लिए चाहिए बुलेट प्रूफ जैकेट
 

kolkata

देश के घर-घर से सेना में हो एक जवान -अभिषेक बनर्जी

ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को देश के घर-घर से सेना में एक जवान भर्ती किए जाने पर जोर देते हुए जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट दिए जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने सेना के लिए अपने तीन महीने का वेतन दान करने की घोषणा की।
कोलकाता

ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को देश के घर-घर से सेना में एक जवान भर्ती किए जाने पर जोर देते हुए जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट दिए जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने सेना के लिए अपने तीन महीने का वेतन दान करने की घोषणा की। डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी ने इस दिन अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया है कि पिछले सालों में हम सशस्त्र बलों में भारत के प्रत्येक घर के एक सदस्य को भर्ती करने के संबंध में अनौपचारिक चर्चा करते रहे हैं। उनका मानना है कि अब वह समय आ गया है जब विधायिका को इस मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए और इसे अनिवार्य किया जाए। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर इजरायल की तरह ही भारत में प्रत्येक घर के एक सदस्य के सेना में भर्ती होना अनिवार्य किए जाने पर चर्चा जोरो पर है। इजरायल में 18 साल की उम्र पार करने के बाद हर नागरिक को अनिवार्य रूप से सेना में काम करना होता है। हालांकि, अरब नागरिकों, दिव्यागों, धार्मिक सेवारत और मनोरोगियों को इस नियम में छूट मिलती है। पुलवामा हमले के बाद सोशल मीडिया पर मांग की जा रही है कि भारत में भी हर परिवार के एक व्यक्ति को अनिवार्य रूप से सेना में सर्विस का मौका दिया जाए। अभिषेक ने अपने ट्वीट में कहा कि हमारे जवान हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखते हैं। वे अपने जीवन का बलिदान देते हैं ताकि हम सुरक्षित रह सकें। इस लिए बुलेट ट्रेन से पहले हमें अपने जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए। आज वह समय है जब हमें अपने जवानों के साथ दृढ़ता से खड़ा होना पड़ेगा। इस दिन अभिषेक बनर्जी ने सांसद के तौर पर मिलने वाले अपने तीन महीने के वेतन को सेना के लिए दान करने की घोषणा भी की है। उन्होंने कहा है कि यद्यपि यह योगदान काफी कम है लेकिन बूंद-बूंद से ही तालाब भरता है।

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