कोलकाता जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में देश के चाय उत्पादकों और निर्यातकों ने पाकिस्तान को चाय निर्यात बंद करने का एलान किया है। वे केन्द्र सरकार के निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे हैं। देश में चाय उत्पादन करने वालों का संगठन इसमें इंडियन टी एसोशिएशन (आईटीए) भी शामिल हैं। भारतीय चाय निर्यातक संघ (आईटीईए) के अध्यक्ष अंशुमन कनोरिया ने कहा कि पाकिस्ता को चाय निर्यात पर रोक करने पर उन्हें काफी नुकसान होगा, फिर भी वे केंद्र सरकार के प्रतिशोधात्मक उपाय के तहत पाकिस्तान को चाय निर्यात रोकने के लिए तैयार है। जब अंशुमन कनोरिया से पूछा गया कि क्या आईटीईए पाकिस्तान को चाय निर्यात करना बंद कर सकता है। जवाब में उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि इसमें कोई शक नहीं है। इसके लिए तैयार हैं। हमारे लिए सबसे पहली प्राथमिकता हमारे सुरक्षा बलों, और देशवासी हैं। व्यापार उसके बाद ही आता है। कनोरिया ने कहा कि इस बारे में केन्द्र सरकार जो फैसला करेगा चाय निर्यातक उसका शब्दशह पालन करेंगे। उल्लेखनी है कि गुरुवार को हुआ यह हमला वर्ष 1989 में जम्मू एवं कश्मीर में आंतकवाद के उभार के बाद का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। कनोरिया ने बताया कि भीषण आतंकी हमले के बाद वाणिज्यिक लाभ-हानि के बारे में सोचने का प्रश्न ही नहीं उठता है। पहले देश आता है और हम वास्तव में सरकार के दिशानिर्देश का इंतजार कर रहे हैं। इंडिया टी एसोसिएशन ने भी कनोरिया की बात का समर्थन किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक गोयनका ने कहा कि वे केंद्र सरकार के फैसले का पूर्ण समर्थन करते हैं। जब भी दोनों देशों में तनाव बढ़ता है, निर्यात प्रभावित होता है। हमने अतीत में भी ऐसा देखा है। लेकिन ऐसी स्थिति में हमारे लिए देश की सुरक्षा सबसे पहले और सबसे ज्यादा जरूरी है। टी बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2018 में पाकिस्तान को कुल 1.58 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात किया गया था जो पिछले साल से 7.5 फीसदी अधिक है। साल 2017 में पाकिस्तान को कुल 1.54 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात किया गया था।