मिली जानकारी के अनुसार शुभंकर ऑटोचालक था। अपने निजी कार्यों के लिए उसने कई लोगों से रुपए कर्ज लिया था। इसके अलावा ऑटो भी उसने लोन पर लिया था। ऑटो चलाकर वह घर खर्च से अधिक आय नहीं कर पा रहा था। इसकी वजह से वह न तो ऑटो का लोन चुका पा रहा था और न ही लोगों से लिए रुपए लौटा पा रहा था। दिन-ब-दिन कर्जदारों का बढ़ता दवाब और लोन देने वाली संस्था से आ रहे नोटिस से वह परेशान हो गया था। उस पर मानसिक दवाब भी बढऩे लगा था।
इसी बीच 4-5 दिनों पहले ऑटो लोन पर देने वाली संस्था ने उसके समय पर लोन न चुका पाने की वजह से उसके ऑटो को जब्त कर लिया। आय के एकमात्र जरिया का भी यूं अचानक चले जाने से वह पूरी तरह टूट गया। आखिरकार गुरुवार की तडक़े अपने दोनों पालतु कुत्तों को गोली मारकर उसने खुद को भी मौत के घाट उतार दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मृतक व दोनों कुत्तों के शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही घातक बंदूक को भी अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उक्त बंदूक का लाइसेंस था या नहीं? साथ ही घटना के पीछे कोई और कराण है या नहीं?