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दार्जिलिंग में अस्थिरता एक केंद्रीय मंत्री की देन

locationकोलकाताPublished: Oct 17, 2017 09:09:39 pm

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में अस्थिरता के लिए एक केंद्रीय मंत्री को दोषी ठहराया और कहा कि भाजपा पहाड़ को अशांत रखने में लग

Chief Minister Mamta Banerjee

कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में अस्थिरता के लिए एक केंद्रीय मंत्री को दोषी ठहराया और कहा कि भाजपा पहाड़ को अशांत रखने में लगी हुई है। पहाड़ से केंद्रीय सुरक्षा बलों के हटाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने केंद्र से संकुचित विचार से परे रहने का अनुरोध भी किया है।

मुख्यमंत्री का यह बयान केंद्रीय बल हटाने के केंद्र के निर्णय के २४ घंटे बाद आया है। केंद्र ने ३०० महिला सुरक्षाकर्मियों समेत अद्र्धसैनिक बलों के एक हजार जवानों को दार्जिलिंग से हटाने का निर्देश जारी किया है। सचिवालय नवान्न में सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र नहीं चाहता कि पहाड़ पर शांति बहाल हो। केंद्र के लिए भाजपा अधिक महत्वपूर्ण है।

भाजपा के ईंधन से ही पहाड़ जल रहा है। पहाड़ से केंद्रीय बल हटाने के पीछे भाजपा की शह है। यह सटीक निर्णय नहीं है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि इस संदर्भ में केंद्र ने राज्य सरकार से चर्चा नहीं की। बैठक को सकारात्मक करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग में शांति बहाली करनी ही पड़ेगी। इसके लिए २१ नवम्बर को दार्जिलिंग के पिंटेल विलेज में सर्वदलीय बैठक होगी।


प्रधानमंत्री से न्याय की उम्मीद
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ से केंद्रीय बल हटाने पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है।


उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से फोन पर बात भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस संदर्भ में प्रधानमंत्री से न्याय की उम्मीद है।


बैठक से संतुष्ट तमांग
नवान्न में सर्वदलीय बैठक को सकारात्मक करार देते हुए गोजमुमो के बागी नेता तथा जीटीए के कार्यवाहक प्रशासक विनय तमांग ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ पहाड़ के कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। उन्होंने पहाड़ पर पिछले चार महीने में हिंसा के दौरान मरने वाले तथा घायलों की सूची राज्य सरकार को सौंपी है। इनमें १२ मृतकों तथा ५० घायलों के नाम शामिल हैं।


गोजमुमो के तीनों विधायक रहे उपस्थित
सचिवालय नवान्न की बैठक में सोमवार को विमल गुरुंग की पार्टी गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा के तीनों विधायक सरिता राई, अमर सिंह राई और डॉ. रोहित शर्मा उपस्थित रहे।

 

फिर केंद्र से टकराव की राह पर ममता बनर्जी
हिंसा की आग में जल रहा दार्जिलिंग से 10 कम्पनी केंद्रीय सुरक्षा बल हटाने से क्षुब्ध पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र से टकराव का रास्ता अपना लिया है। इस क्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का संकेत दिया है।

केंद्र सरकार ने नवम्बर में होने वाले उक्त कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सभी राज्यों को निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि देश की सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने उक्त कार्यक्रम के आयोजन का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री का मुख्य उद्देश्य अलग-अलग राज्यों के लोगों को एक दूसरे राज्य की भाषा संस्कृति व परम्परा की जानकारी देना है ताकि लोगों में देश के प्रति एकता और अखण्डता का भाव जागृत हो।

पश्चिम बंगाल सरकार ने इस कार्यक्रम में भागीदारी नहीं करने का निर्णय लिया है। वर्ष 2016 के नवम्बर महीने में ही केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए पत्र भेजा गया था। पश्चिम बंगाल सरकार
की ओर से अभी तक केंद्र सरकार के पास कोई सूचना नहीं दी गई है।

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