बैठक में उपस्थित व्यवसायी संगठनों के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि माझेरहाट ब्रिज हादसे के बाद महानगर में २० पहिया वाले ट्रकों के प्रवेश पर सरकारी निषेधाज्ञा जारी रहेगी। इसका असर बाजारों पर नहीं पड़े, प्रशासन खासकर आबकारी विभाग को सतर्क रहने को कहा है। मुख्यमंत्री ने जरूरत पडऩे पर शाक-सब्जियों व फलों के अलावा मछलियों के लाने में छोटी लॉरी या छोटे ट्रकों का इस्तेमाल करने को कहा।
आलू-प्याज के भाव पर जताई संतुष्टि-
मुख्यमंत्री ने वर्तमान बाजार में आलू व प्याज के भाव स्थिर रहने पर संतोष प्रकट किया है। प्याज का संरक्षण और बढ़ाने तथा मछली के मामले में स्वनिर्भरता पर उन्होंने जोर दिया। उनके अनुसार पेट्रोल-डीजल महंगा होने का सीधा असर बाजारों पर पड़ रहा है। साधारण लोगों पर नए सिरे से आर्थिक बोझ ना बढ़े, इस पर नजर रखने को कहा है।
हड़ताल से दूर रहने की नसीहत-
मुख्यमंत्री ने खुदरा कारोबार में विदेशी निवेश के विरोध में २८ सितम्बर को व्यावसायिक संगठनों को देशव्यापी हड़ताल से दूर रहने की नसीहत दी है। बैठक में उपस्थित राज्य के विभिन्न व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए ममता ने हड़ताल के मुद्दों का समर्थन करने के बावजूद व्यवसाइयों को हड़ताल पर जाने के बजाय धरना, प्रदर्शन, सभाएं और जुलूस निकाल कर विरोध प्रकट करने की सलाह दी।