हावड़ा
शहर में प्लास्टिक की समस्या से निजात पाने के लिए हावड़ा नगर निगम ने एक नया तरीका ढूंढ निकला है। देश के ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रीन सडक़ पर बल देने को कहा था। उसी निर्देश के बाद केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से ग्रीन सडक़ बनाने की पहल शुरू की गई है। केन्द्र सरकार की 2013 में पर्यावरण की रक्षा के लिए जारी गाइडलाइन की पालना करते हुए हावड़ा नगर निगम ने ग्रीन सडक़ बनाने की पहल की। पर्यावरण बचाने के लिए निगम ने पूर्वी भारत में सबसे पहले ग्रीन सडक़ बनाने का निर्णय लिया। अपने परिसर में चार सौ मीटर की ग्रीन सडक़ बनाकर इसकी शुरुआत कर दी। जिसमें एक टन प्लास्टिक का व्यवहार किया गया।
शहर में प्लास्टिक की समस्या से निजात पाने के लिए हावड़ा नगर निगम ने एक नया तरीका ढूंढ निकला है। देश के ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रीन सडक़ पर बल देने को कहा था। उसी निर्देश के बाद केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से ग्रीन सडक़ बनाने की पहल शुरू की गई है। केन्द्र सरकार की 2013 में पर्यावरण की रक्षा के लिए जारी गाइडलाइन की पालना करते हुए हावड़ा नगर निगम ने ग्रीन सडक़ बनाने की पहल की। पर्यावरण बचाने के लिए निगम ने पूर्वी भारत में सबसे पहले ग्रीन सडक़ बनाने का निर्णय लिया। अपने परिसर में चार सौ मीटर की ग्रीन सडक़ बनाकर इसकी शुरुआत कर दी। जिसमें एक टन प्लास्टिक का व्यवहार किया गया।
—
ये हैं खूबियां निर्माण करने वाली संस्था के प्रमुख राम रतन चौधरी ने कहा कि ग्रीन सडक़ काफी टिकाऊ होगी। पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी यह ठीक है। निर्माण में प्लास्टिक का इस्तेमाल होने से सडक़ की मजबूती बढ़ जाती है। गड्ढे होने की संभावना नहीं के सामन होती है। बारिश में भी टूटने का खतरा कम रहेगा।
—
ये हैं खूबियां निर्माण करने वाली संस्था के प्रमुख राम रतन चौधरी ने कहा कि ग्रीन सडक़ काफी टिकाऊ होगी। पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी यह ठीक है। निर्माण में प्लास्टिक का इस्तेमाल होने से सडक़ की मजबूती बढ़ जाती है। गड्ढे होने की संभावना नहीं के सामन होती है। बारिश में भी टूटने का खतरा कम रहेगा।
—
ये हैं फायदे ग्रीन सडक़ बनाने में खर्च भी कम आता है। धीरे धीरे हावड़ा शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए इसी तरह की ग्रीन सडक़ बनाई जाएगी। निगम के इंजीनियर पार्थ लाहरी ने बताया कि चार सौ मीटर सडक़ बनाने में एक टन पतली प्लास्टिक की खपत हो रही है। लम्बी सडक़ बनाने पर अधिक से अधिक मात्रा में पतली प्लास्टिक की खपत होगी। हावड़ा शहर से जो प्लास्टिक निकलती है। उसकी खपत ग्रीन सडक़ बनाने में हो जाएगी।
इनका कहना है
पूर्वी भारत में हावड़ा नगर निगम ने पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रीन सडक़ बनाने की शुरुआत की है। जल्द ही हावड़ा की सभी सडक़ को ग्रीन सडक़ बना दिया जाएगा। इसकी शुरुआत हो गई है। हमारा मकसद है कि सडक़ निर्माण में रुपए कम खर्च हो व सडक़ लम्बे समय तक चले। ग्रीन सडक़ जल्द और जहां तहां बीच में नहीं टूटेगी। शहर को ग्रीन व क्लीन बनाने के लिए ही ग्रीन सडक़ बनाई जा रही है।
पूर्वी भारत में हावड़ा नगर निगम ने पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रीन सडक़ बनाने की शुरुआत की है। जल्द ही हावड़ा की सभी सडक़ को ग्रीन सडक़ बना दिया जाएगा। इसकी शुरुआत हो गई है। हमारा मकसद है कि सडक़ निर्माण में रुपए कम खर्च हो व सडक़ लम्बे समय तक चले। ग्रीन सडक़ जल्द और जहां तहां बीच में नहीं टूटेगी। शहर को ग्रीन व क्लीन बनाने के लिए ही ग्रीन सडक़ बनाई जा रही है।
बिजिन कृष्णा, आयुक्त व प्रशासक हावड़ा नगर निगम