जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी एन मंडल ने बताया कि निगरानी रखे जा रहे रोगियों में यदि कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण विकसित होते हैं, तो उन्हें आशा या फोन कॉल के माध्यम से संपर्क किया जाता है। यदि उनमें लक्षण विकसित दिखते हैं तो उन्हें परीक्षणों से गुजरना होगा और यदि आवश्यक हो तो अलग कर दिया जाएगा और उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।
हावड़ा सदर अस्पताल चार बेड, सत्यबाला आईडी 10 व उलूबेडिय़ा सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल में 65 व बेलूर स्टेट जनरल में 20 बेड कोराना संदिग्धों के लिए आरक्षित है। इस समय उलूबेडिय़ा में एक व हावड़ा सदर में कोरोना का एक एक संदिग्ध भर्ती है। चार संदिग्धों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। डोमूरजला इंडोर स्टेडियम में बनाए गए क्वारंटाइन में 46 बेड चालू किया गये है। इसकी क्षमता 110 बेड की है।