कोलकाताPublished: Sep 26, 2018 07:07:54 pm
Jyoti Dubey
उत्तर दमदम नगरपालिका के वार्ड नं.1 सोमवार की रात डेंगू के दंश से एक और युवक की मौत हो गई। मृतक का नाम मानस दास है।
डेंगू का कहर जारी : उत्तर दमदम में युवक की हुई मौत
– परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरावही का आरोप
– इलाके के लोगों में फैली दहशत
कोलकाता. महानगर में डेंगू के दंश से एक और युवक की मौत हो गई। मृतक का नाम मानस दास है। वह उत्तर दमदम नगरपालिका के वार्ड नं.1 का निवासी था। सोमवार की रात दक्षिण कोलकाता के एक नर्सिंगहोम में इलाज चलने के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण डेंगू बताया गया है।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार गत 20 सितंबर की रात उसको बुखार हुआ था। रातभर में हालत अधिक बीगड़ जाने की वजह से अगली सुबह उसे डॉक्टर के परामर्श पर दक्षिण कोलकाता के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जहां बल्ड टेस्ट की रिपोर्ट के बाद डॉक्टरों ने बताया कि उसका प्लेटलेट्स घटकर 16 हजार हो गया है। हालांकि इलाज चलने के दौरान रविवार की सुबह डॉक्टरों ने मृतक के परिजनों को बताया था कि उसके प्लेटलेट्स बढ़ रहे हैं और उसकी हालत में पहले से सुधार हो रहा है। मगर अचानक सोमवार की सुबह उसकी हालत पुन: बिगड़ गई। उसके शरीर के कई अंग प्रभावित होने लगे, जिसके बाद डॉक्टरों ने बहुत कोशिश की लेकिन फिर भी उसे बचापाना संभव नहीं हो पाया और सोमवार की रात मानस की मौत हो गई। मानस की मौत के लिए उसके परिजन डेंगू के साथ ही डॉक्टरों को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनके अनुसार शनिवार को मरीज की हालत में सुधार आने के बाद डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही शुरू कर दी। उन्होंने उसकी बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया। इसी वजह से मृतक की हालत फिर से बीगड़ गई और उसकी मौत हो गई। एक ओर जहां उसकी मौत से पूरा परिवार शोकाहत है। वहीं दूसरी ओर पूरे इलाके में डेंगू को लेकर दहशत फैल गई है। गौरतलब है कि गत 2 सप्ताह से डेंगू के मामले में मृतकों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। बच्चों से व्यस्क तक तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। आलम यह है कि महानगर से लेकर राज्य के अन्य जिलों के लोग भी इस वजह से दहशत में आ गए हैं। राज्यवासियों को संदेह है कि कहीं गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी डेंगू की वजह से चारों ओर मातम न पसर जाए। उल्लेखनीय है कि दिन-ब-दिन हो रही डेंगू से मौत का आंकड़ा 20 के पार हो चुका है। जिसमें कोलकाता और इसके आस-पास में ही 12 से अधिक जाने जा चुकी है। हालांकि डेंगू मौत के इस आंकड़े की पुष्टि अब तक सरकार की ओर से नहीं की गई है।