सर्वाधिक स्थिति खराब सुबह और दोपहर के समय होती है। नगर के रूपनगढ़ पुलिया, मुख्य चौराहा और पुरानी मील चौराहे पर दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। यातायात पुलिसकर्मी यातायात को सुचारू कराने का प्रयास करते है। यातायात प्रभारी रामदेव विश्नोई जीप लेकर दिनभर चक्कर लगाकर यातायात को सुचारू रखने का प्रयास करते हैं।
नौ पुलिसकर्मियों के ऊपर जिम्मेदारी
यातायात पुलिस के नाम पर सिर्फ 9 पुलिसकर्मी तैनात है। इसमें एक प्रभारी, दो हैडकांस्टेबल और 6 कांस्टेबल शामिल है। हालांकि इसके अलावा 3-4 होमगार्ड इनकी सहायता के लिए तैनात रहते हैं। यहां पर करीब 20 पुलिसकॢमयों की आवश्यकता बताई जा रही है। पुलिस का एरिया भी काफी बढ़ा यातायात पुलिस का दायरा काफी बढ़ा है। नगर के साथ मकराना चौराहा, हरमाड़ा चौराहा और अजमेर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और अजमेर-नसीराबाद राष्ट्रीय पर जाम लगने पर भी यातायात पुलिस को ही जाना पड़ता है। ऐसे में वर्तमान में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या नाकाफी होती जा रही है।
यातायात पुलिस के नाम पर सिर्फ 9 पुलिसकर्मी तैनात है। इसमें एक प्रभारी, दो हैडकांस्टेबल और 6 कांस्टेबल शामिल है। हालांकि इसके अलावा 3-4 होमगार्ड इनकी सहायता के लिए तैनात रहते हैं। यहां पर करीब 20 पुलिसकॢमयों की आवश्यकता बताई जा रही है। पुलिस का एरिया भी काफी बढ़ा यातायात पुलिस का दायरा काफी बढ़ा है। नगर के साथ मकराना चौराहा, हरमाड़ा चौराहा और अजमेर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और अजमेर-नसीराबाद राष्ट्रीय पर जाम लगने पर भी यातायात पुलिस को ही जाना पड़ता है। ऐसे में वर्तमान में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या नाकाफी होती जा रही है।
नहीं कटते चालान पुलिसकर्मियों की कमी के कारण ही यातायात नियमों का उल्लघन करने वालों का चालान और गाड़ी आदि जब्त नहीं हो पाती है। इसके कारण यहां पर वाहन चालकों के हौसले बुलंद है। वाहन को जब्त करने के लिए क्रेन की सुविधा भी नहीं है। इसके कारण चौपहिया वाहन चालक अपने वाहनों को रोड पर ही खड़ा कर देते हैं और पुलिसकर्मी ना तो उसका चालान बनाते और ना ही जब्त करते हैं।