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परिजनों ने अस्पताल का किया घेराव, डॉक्टर को निलंबित करने की मांग

locationखरगोनPublished: Jan 15, 2019 10:55:39 pm

मृतका के नवविवाहिता होने एवं इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप के बाद तीन डॉक्टरों की टीम ने पीएम किया।

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The case of the death of the newly married woman after childbirth

सनावद. सोमवार को ग्राम जुनापानी की नवविवाहिता की प्रसूति के बाद मौत हो गई। परिवार वालों ने इलाज में लापरवाही का कारण मानते हुए कार्रवाई की मांग की। वहीं मंगलवार को सुबह 11 बजे शव लेने अस्पताल आए 200 से अधिक महिला-पुरुषों ने हंगामेदार आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही अस्पताल के गेट पर धरना देकर डॉक्टर को निलबिंत कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे।
करीब 3 घंटे चले घटनाक्रम में टीआई राजेंद्र सोनी बार-बार परिवारजनों को समझाते रहे थे। वहीं तहसीलदार रंजना पाटीदार व नयाब तहसीलदार सुखदेव डाबर द्वारा परिवार के लोगों के बयान दर्ज कर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन देने के साथ परिवार वाले माने।
परिजनों ने कहा-लापरवाही से हुई मौत
सोमवार को दोपहर 3 बजे मनीषा पति राजेन्द्र 21 वर्ष की प्रसूति के बाद मौत हो गई थी। जिसका पीएम कर शव लेने के लिए मंगलवार सुबह 11 बजे परिवार वाले शव लेने आए। लेकिन दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग के लिए करीब 3 घंटे तक अस्पताल के मुख्य गेट पर आक्रोश जताते रहे। मृतक के परिजनों का कहना था कि अस्पताल में डॉक्टर एवं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण उनकी बेटी की जान गई। कहा इस पूरे घटनाक्रम के लिए अस्पताल ऐसे लोगों को तत्काल निलंबित किया जाए। परिवार वालों ने बताया कि चिकित्सक द्वारा अगर समय रहते हमें कह दिया जाता तो हम अन्य स्थान पर जाकर अपना इलाज करवा लेते।
डॉक्टरों की टीम ने किया पीएम
मृतका के नवविवाहिता होने एवं इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप के बाद तीन डॉक्टरों की टीम ने पीएम किया। डॉ हंसा पाटीदार, डॉ बलराम पाटीदार, डॉ एएस चौहान ने मनीषा का पीएम मंगलवार सुबह किया। टीम ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रसूति के बाद अधिक रक्तस्त्राव होने से महिला की मौत होने की बात सामने आ रही है।
दोषियों पर कार्रवाई का दिलाया भरोसा
थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी दल बल के साथ वहां मौजूद रहे। करीब 3 घंटे तक टीआई में मृतका मनीषा के परिवार के महिला पुरुषों की एक-एक बात को सुना एवं कानूनी तौर पर समाधान करने की बात कही। साथ ही डॉक्टर को निलंबित करने पर अड़े रहे। इस दौरान तहसीलदार रंजना पाटीदार द्वारा परिवार के बयान लेने के साथ जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। तहसीलदार द्वारा आश्वासन के बाद परिवार वाले माने और दोपहर 2.30 बजे मृतका का शव लेकर रवाना हुए।
विरोध के दौरान बंद रही ओपीडी
परिवारजनों के विरोध दर्ज करवाने के दौरान ओपीडी बंद रही। इस दौरान दोपहर 2 बजे तक अनेक मरीज आए। लेकिन कोई डॉक्टर के वहां मौजूद नहीं रहने से अपनी पर्ची नहीं बनवा सके। वहीं अस्पताल में उपचाररत मरीजों का इलाज भी स्टाफ नर्स द्वारा किया गया। मर्दाना से किसान ने बताया कि मेरी बेटी का उपचार चल रहा है। लेकिन डॉक्टर द्वारा पर्ची पर इलाज नहीं लिखने के कारण आगे का उपचार नहीं हो सका।
&इस मामले में एसडीएम सतेंद्रसिंह ने मामले की जानकारी ली है। वहीं परिवार के बयान एवं चिकित्सकों से चर्चा के बाद जांच के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। जिससे पीडि़त परिवार को न्याय मिल सके। रंजना पाटीदार, तहसीलदार
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