मृतका के नवविवाहिता होने एवं इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप के बाद तीन डॉक्टरों की टीम ने पीएम किया। डॉ हंसा पाटीदार, डॉ बलराम पाटीदार, डॉ एएस चौहान ने मनीषा का पीएम मंगलवार सुबह किया। टीम ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रसूति के बाद अधिक रक्तस्त्राव होने से महिला की मौत होने की बात सामने आ रही है।
थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी दल बल के साथ वहां मौजूद रहे। करीब 3 घंटे तक टीआई में मृतका मनीषा के परिवार के महिला पुरुषों की एक-एक बात को सुना एवं कानूनी तौर पर समाधान करने की बात कही। साथ ही डॉक्टर को निलंबित करने पर अड़े रहे। इस दौरान तहसीलदार रंजना पाटीदार द्वारा परिवार के बयान लेने के साथ जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। तहसीलदार द्वारा आश्वासन के बाद परिवार वाले माने और दोपहर 2.30 बजे मृतका का शव लेकर रवाना हुए।
विरोध के दौरान बंद रही ओपीडी
परिवारजनों के विरोध दर्ज करवाने के दौरान ओपीडी बंद रही। इस दौरान दोपहर 2 बजे तक अनेक मरीज आए। लेकिन कोई डॉक्टर के वहां मौजूद नहीं रहने से अपनी पर्ची नहीं बनवा सके। वहीं अस्पताल में उपचाररत मरीजों का इलाज भी स्टाफ नर्स द्वारा किया गया। मर्दाना से किसान ने बताया कि मेरी बेटी का उपचार चल रहा है। लेकिन डॉक्टर द्वारा पर्ची पर इलाज नहीं लिखने के कारण आगे का उपचार नहीं हो सका।