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भाजपा में बगावत , टिकट नहीं मिलने से नाराज विधायक लड़ सकते हैं निर्दलीय चुनाव

locationखरगोनPublished: Nov 03, 2018 12:48:18 pm

भाजपा में रार-पूर्व विधायक के निवास पर हुई बैठक, सैकड़ों की संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण पर जताई नाराजगी, भाजपा जिलाध्यक्ष को सौंपेंगे इस्तीफा

patrika Breaking BJP rebellion, Maheshwar Assembly rehearsed

अपने निवास पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते मेव

खरगोन.
प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने के इरादे से भाजपा ने शुक्रवार को प्रत्याशियों की घोषणा की गई। लेकिन पार्टी की यह राह इतनी आसान नहीं है। महेश्वर विधानसभा से पूर्व विधायक राजकुमार मेव का टिकट कटने के बाद से जिले की राजनीति में आक्रोश का उबाल आ गया। यहां पार्टी ने मेव के स्थान पर पूर्व विधायक भूपेंद्र आर्य को उम्मीदवार घोषित किया है। उधर, टिकट कटने से नाराज मेव समर्थकों में पार्टी के निर्णय पर नाराजगी देखी जा रही है। शनिवार को मंडलेश्वर स्थित मेव के निवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। इसमें सैकड़ों की संख्या में मेव के समर्थक इकट्ठा हुए। करीब एक घंटे तक चली बैठक में पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण को गलत करार देते हुए संगठन से फैसला बदलकर पुन: मेव को टिकट देने की मांग की। कई समर्थकों ने मेव से निर्दलीय चुनाव लडऩे की बात कही। मेव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित कहा कि यह धार्मिक हवन का अनुष्ठान है, जिसमें खुद की आहुती चढ़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि वे शनिवार को मुख्यालय पहुंचकर नामांकन फॉर्म लेंगे और ६ नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे।
बाहरी और स्थानीय उम्मीदवार से फंसा पेंच
महेश्वर सीट पर बाहरी और स्थानीय उम्मीदवार का पेंच फंसा होने से टिकट वितरण को लेकर विवाद की स्थिति बन रही है। यहां मेव पिछले आठ सालों से विधायक है ंऔर लगातर क्षेत्र में सक्रिय है। मेव पर बाहरी उम्मीदवार होने का टेक लगा हुआ है। इसलिए पिछले चुनाव की तरह इस बार भी पार्टी का एक धड़ा उनके विरोध में था और स्थानीय व्यक्ति को टिकट देने की मांग लगातार की जा रही थी। पार्टी ने उनका टिकट काटकर पूर्व विधायक भूपेंद्र आर्य को उम्मीदवार बनाया है, जो २००३ में कांग्रेस की कद्दावर नेता विजयलक्ष्मी साधौ को हरा चुके हैं। तब आर्य को आरएसएस का समर्थन मिला था।
अजा वोट बैंक को साधने का प्रयास
महेश्वर विधानसभा सीट अजा आरक्षित है। जहां सर्वाधिक 42 हजार मतदाता बलाई समाज के है। भाजपा की नजर इसी वोट बैंक पर टिकी हुई है। यहां चुनावी फायदा देखते हुए पार्टी ने आर्य को प्रत्याशी बनाया है, जो अजा वर्ग से आते है। इस सीट पर अभी कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि टिकट की दौड़ में सबसे प्रबल दावेदार विजय लक्ष्मी साधौ को माना जा रहा है। यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है, तो २००३ की तरह इस बार भी चुनावी मुकाबला कांटे का रहेगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष को सौंपेंगे सामूहिक इस्तीफा
इधर, मेव का टिकट काटे जाने से नाराज पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा इस्तीफा देने की पेशकश की जा रही है। शुक्रवार शाम को ही मंडलेश्वर, करही, बलवाड़ा क्षेत्र के ५० से अधिक कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा दिया था। शनिवार को मेव सहित सैकड़ोंं समर्थक जिला मुख्यालय पर पहुंचकर जिलाध्यक्ष के समक्ष पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त होने संबंधित इस्तीफा देने का ऐलान कर चुके हैं।
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