जानकारी के अनुसार बासुबाई पति रमेश निवासी गुड़ी खंडवा से भाई दिलीप के यहां ग्राम शाहपुरा में आई हुई थी। मंगलवार सुबह करीब 9.30 बजे उसे अचानक प्रसव पीड़ा होने होने लगी। परिजनों ने एक व्यक्ति की मदद सुबह 9 बजे 108 को फोन लगाया, लेकिन देर तक इंतजार के बाद एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची, तो परिजन गर्भवती को बाइक पर बैठाकर खुद गोगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रवाना हुए।इसी दौरान हनुमान मंदिर के पास महिला की हालत बिगड़ गई। जिसके चलते उसे बाइक से नीचे उतरा गया। उसकी हालत देखकर आसपास घरों से अन्य महिलाएं पहुंची और चादर का घेरा बनाकर सड़क पर ही डिलेवरी कराई गई।महिला ने बालक को जन्म दिया।महिला के प्रसव के 10 मिनट बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दो नर्से 108 वाहन के साथ मौके पर पहुंचे।जिसकी मदद से महिला एवं बच्चे को गोगावां स्वास्थ केंद्र लाया गया।बच्चे का वजन डेढ़ किलो होने से उसे बाद में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
समय पर उपलब्ध नहीं हुआ वाहन
गर्भवती महिला के भाई दिलीप ने बताया की उसने बहन की हालत देखकर मित्र अनिल तंवर से 108 के लिए फोन लगाया था।यह फोन सुबह 9 बजे लगाया गया।तब सूचना मिली कि एंबुलेंस खरगोन गईहैं।इसके बाद दिलीप बहन को बाइक पर बैठाकर गोगावां के लिए आने लगा।लेकिन प्रसव पीड़ा अधिक होने के कारण बाइक को रास्ते में रोकना पड़ी।बाद में महिला की सड़क पर डिलेवरी हो गई।
गर्भवती महिला के भाई दिलीप ने बताया की उसने बहन की हालत देखकर मित्र अनिल तंवर से 108 के लिए फोन लगाया था।यह फोन सुबह 9 बजे लगाया गया।तब सूचना मिली कि एंबुलेंस खरगोन गईहैं।इसके बाद दिलीप बहन को बाइक पर बैठाकर गोगावां के लिए आने लगा।लेकिन प्रसव पीड़ा अधिक होने के कारण बाइक को रास्ते में रोकना पड़ी।बाद में महिला की सड़क पर डिलेवरी हो गई।
नाम मात्र की सुविधा…
गोगावां तहसील मुख्यालय होने पर यहां एक दर्जन से अधिक गांवों के मरीज इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचते हैं। प्रतिदिन करीब 200 मरीज इलाज के लिए आते हैं, किंतु सुविधाएं नाम मात्र की नहीं मिल पा रही है।
एंबुलेंस खराब
गोगावां हॉस्पिटल की एंबुलेंस खराब हैं। ड्राइवर अस्पताल में अटैच है।अभी एकमात्र 108 चल रही हैं, जो मंगलवार को एक अन्य पेसेंट को लेकर जिला अस्पताल गईथी।इसलिए वाहन समय पर उपलब्ध नहीं हो पाया।
डॉ. दीपक वर्मा, बीएमओ गोगावां
गोगावां तहसील मुख्यालय होने पर यहां एक दर्जन से अधिक गांवों के मरीज इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचते हैं। प्रतिदिन करीब 200 मरीज इलाज के लिए आते हैं, किंतु सुविधाएं नाम मात्र की नहीं मिल पा रही है।
एंबुलेंस खराब
गोगावां हॉस्पिटल की एंबुलेंस खराब हैं। ड्राइवर अस्पताल में अटैच है।अभी एकमात्र 108 चल रही हैं, जो मंगलवार को एक अन्य पेसेंट को लेकर जिला अस्पताल गईथी।इसलिए वाहन समय पर उपलब्ध नहीं हो पाया।
डॉ. दीपक वर्मा, बीएमओ गोगावां