मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन को कड़ी मशक्कत करना पड़ री है। यहां सीएम के आने के पूर्व कुछके मकानों व दुकानों के बाहर काले झंडे लगे होने से प्रशासन व पुलिस हरकत में आ गया। पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ काले झंडों को हटाया गया। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व चुरहट व सीधी में जनआशीर्वाद यात्रा के काफिले पर पथराव सहित सीएम की सभा में जूता फेंकने की घटना हुई थी। वहीं प्रदेश में जयस सहित सपाक्स संगठन की सरकार के प्रति बढ़ती नाराजगी से भी जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
भीकनगांव में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। पिछले बार की तुलना में सीएम की सुरक्षा के लिए दोगुना पुलिस बल तैनात किया गया है। दरअसल, दो दिन पूर्व चुरहट-सीधी में आशीर्वाद यात्रा पर पथराव और जूता फेंकने की घटना के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। पुलिस और प्रशासन किसी तरह की कौताही नहीं बरतना चाहते। इसलिए सभा स्थल से लेकर जहां-जहां से मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा का काफिला गुजरना है, वहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा मंच के आसपास पुलिस का खास पहरा रहेगा। आशंका जताई जा रही है जयस और सपाक्स सीएम का विरोध कर सकते हैं।
आमतौर पर मुख्यमंत्री अभी तक मीडिया से खुले रूप से मिलते रहे हैं। जन आशीर्वाद यात्रा में उन्होंने कई जगह प्रेसवर्ता कर मीडिया से चर्चा की। लेकिन दो दिन पूर्व की घटना के बाद सीएम की मीडिया से भी दूर बढ़ गई है। भीकनगांव मंच के नजदीक जाने की इजाजत नहीं होगी। इससे मीडिया को भी दूर रखा गया है।
चुनाव के पूर्व जनता से चौथी बार प्रदेश में सरकार बनाने का आशीर्वाद मांगने के लिए मुख्यमंत्री आ रहे हैं। प्रदेश में अभी तक यात्रा का सभी जगह लोगों ने जोरदार स्वागत किया। सूत्रों की मानें तो भीकनगांव में मुख्यमंत्री हेलीपेड से खुले वाहन में सभा स्थल तक पहुंचेंगे। इस दौरान वे जनता से रूबरू होंगे।
नंदकुमार चौहान ने लगाया दम
विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को सुनिश्चत करने के लिए पिछले एक सप्ताह से भाजपा के पदाधिकारी तैयारी में जुटे हैं। खंडवा सांसद और पूर्व भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार चौहान का संसदीय क्षेत्र होने से उन्होंने आयोजन के लिए अपना पूरा दम लगा दिया। यह बात अलग है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई और भाजपा को हार मिली।