बच्चों के साथ आए परिजनों ने कहा कि कई बार कहने के बाद भी जो शिक्षकों की तैनाती नहीं की जा रही है। इससे बच्चों के साथ उनके पालकों में भी रोष है। कहा कि 15 अगस्त को हम लोग आजादी का पर्व बच्चों के साथ मिलकर गांव में मनाएंगे, लेकिन विद्यालय में नहीं मनाएंगे। बच्चों ने भी समर्थन करते हुए शिक्षक न मिलने तक विरोध जारी रखने का फैसला किया।