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केंद्र सरकार को घेरने के लिए जुटे, भाषण देने के मुद्दे पर आपस में ही उलझ गए कांग्रेसी

locationखंडवाPublished: Jul 21, 2019 07:21:08 pm

खंडवा. केंद्रीय बजट में मप्र के हिस्से में कटौती किए जाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए जुटे कांग्रेसी भाषण देने के मुद्दे पर आपस में ही उलझ गए।शहर के केवलराम चौराहा पर जिला एवं शहर कांग्रेसी कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में धरना दिया गया। यहां जुटे कांग्रेसियों में माइक से बोलने की होड़ लगी। इसी बीच वरिष्ठ कांग्रेसी सलीम पटेल ने बीच चौराहे पर चल रहे धरने में अपनी नाराजगी बयां कर दी। संचालन कर रहे आलोक रावत ने जब पटेल को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किए तो उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा- ‘मैं शुक्रगुजार हूं कि मुझे बोलने के लिए बुलाया। वो भी इधर-उधर से नेताओं के इशारे के बाद। मैं कुछ बोलने लायक नहीं हूं, इसलिए अपना स्थान ग्रहण करता हूं।Ó इसके बाद जब वो बैठने लगे तो वरिष्ठ कांग्रेसी परमजीतसिंह नारंग, अशोक पटेल सहित अन्य ने उन्हें समझाइश देते हुए भाषण देने के लिए कहा। इस बीच कुल बहसबाजी चली।

केंद्र सरकार को घेरने के लिए जुटे, भाषण देने के मुद्दे पर आपस में ही उलझ गए कांग्रेसी

केंद्र सरकार को घेरने के लिए जुटे, भाषण देने के मुद्दे पर आपस में ही उलझ गए कांग्रेसी

दरअसल, उनसे पहले युवा कांग्रेसियों को मौका दे दिया गया था व उनका नंबर देर से आया, इसलिए नाराजगी जाहिर की। हालांकि समझाइश पर पटेल ने संबोधन शुरू किया व कहा कि- देश में इमरजेंसी जैसे हालात नजर आ रहे हैं। केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करने वाले नेताओं की आवाज को दबाया जा रहा है। हमारी पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जो कि सोनभद्र में जमीन विवाद के चलते मारे गए 10 आदिवासियों के परिवार से मिलने जा रही थी उन्हे रास्ते में रोककर गिरफ्तार किया गया। जिसकी हम घोर निंदा करते हैं। धरना प्रदर्शन में जिला ग्रामीण अध्यक्ष ओंकार पटेल, शहर अध्यक्ष ठा. इंदलसिंह पंवार, डॉ. मुनीष मिश्रा, रियाज हुसैन, देवेंद्र जैन, डॉ. जगदीशचंद्र चौरे, सुनील आर्य, विनोद यादव, गुलशन अरोरा, विकास व्यास, राकेश पाठक, अर्ष पाठक, जितेन्द्र चौधरी, इकबाल कुरैशीए अहमद पटेल सहित अन्य थे। आभार महिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमलता पालीवाल ने माना।
इन्होंने ये कहा
वरिष्ठ कांग्रेसी परमजीतसिंह नारंग ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद में वर्ष 2019-2020 का जो आम बजट प्रस्तुत किया है, उसमें मध्यप्रदेश राज्य के साथ भेदभाव किया है। प्रदेश के हिस्से में 2677 करोड़ रुपए कम बजट में आवंटित किया गया है।
शहर अध्यक्ष ठा. इंदलसिंह पंवार ने कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि मप्र से चुने गए भारतीय जनता पार्टी के 28 सांसदों में से एक ने भी प्रदेश के साथ हुए इस भेदभाव के विरूद्ध आवाज नहीं उठाई। राष्ट्रीय महासचिव की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है।

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