आईएएस अधिकारी प्रीति-दिलीप ने कहा शादी कहीं से भी हो, प्रमाण पत्र तो सभी को बनवाना है। इसलिए न्यायालय को ही सबसे पवित्र स्थान मानते हुए यहां विवाह बंधन में बंधे। आईएएस दंपत्ति ने इस शादी को आने वाले समय के लिए जरूरत और युवाओं के लिए एक बेहतर संदेश बताया। कलेक्टर ने कहा मैंने कॅरियर में यह पहली शादी कराई है। दोनों अधिकारियों ने कोर्ट में शादी कर समाज के सामने उदाहरण पेश किया है। इस शादी की खबर कलेक्टोरेट परिसर में दिनभर चर्चा का विषय बनी रही।
शादी की सभी ने सराहना की। आज के युवाओं के लिए प्रेरणादाई संदेशप्रद शादी बताया। अधिकारियों के अनुसार खंडवा कोर्ट में पहली बार किसी आईएएस की शादी की गई है। इसको लेकर अधिकारियों में विशेष उत्साह और दिलचस्पी दिखी। सभी शाम को कलेक्टर कोर्ट के पास पहुंचे। कम लोग ही थे, लेकिन खुशी खूब नजर आई। जहां अधिकारी ही बराती व घराती बने।