सूतक काल में भी होते हैं यहां दर्शन
दादाजी धाम अनोखा मंदिर है, जहां चंद्रग्रहण के सूतककाल में भी भक्त दर्शन कर सकते हैं। मंगलवार को चंद्रग्रहण है, लेकिन इसका दादाजी के दर्शन, पूजन में कोई असर नहीं होगा। मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। केशव विनय पुस्तक के मुताबिक दादाजी दत्तात्रेय, दुर्गा, शंकर मोहम्मद और यीशु का अवतार माने जाते हैं। वे देवताओं का रूप है। वहीं सूर्य, चंद्र, नवग्रह सारे परमात्मा से अलग माने जाते हैं। इसलिए चंद्रग्रहण के सूतककाल में भी श्रद्धालु, दादाजी की समाधियों के दर्शन कर धूनी माई में आहुति भी दे सकेंगे।
दादाजी धाम में उमड़ा जनसैलाब
मध्यप्रदेश के खंडवा से खबर है कि अवधूत संत धूनीवाले दादाजी की समाधि स्थल पर पांच दिवसीय महोत्सव मनाया जा रहा है। पहले ही दिन एक लाख लोग दादाजी के दरबार में मत्था टेकने आ चुके थे। इसके अलावा गुरुपूर्णिमा के दिन मंगलवार को करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं। दादाजी धाम में सुबह से ही भजन कीर्तन के कार्यक्रम चल रहे हैं, वहीं धूनी माई में भक्त हवन कर रहे हैं। दूर-दूर से भक्तों के आने का सिलसिला चल रहा है। डाक्टरों ने विशेष चिकित्सा शिवर लगाया है। वहीं कई लोग जूते-चप्पल का स्टैंट लगाकर सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा चाय-नाश्ता से लेकर ग्लूकोज से लेकर सादा पानी तक लोगों को दिया जा रहा है। वहीं लगातार भंडारे में खाना खिलाया जा रहा है।
भोपालःचरण पादुका की होती है पूजा
भोपाल से खबर है कि श्यामला हिल्स स्थित दादाजी धुनीवाले दरबार में भी भक्तों के आने का सिलसिला चल रहा है। यहां भी भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इस स्थान की मान्यता भी इसलिए है कि कभी दादाजी धूनीवाले यहां आकर कुछ समय के लिए रुके थे। तभी से उनकी चरण पादुका की पूजा यहां होती है।
करुणाधाम में पूजा अर्चना
भोपाल के नेहरू नगर स्थित करुणाधाम आश्रम के सुदेश शांडिल्य महाराज का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लग गया है। सुबह से ही गुरुदीक्षा लेने और गुरु का आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की कतारें लगी हुई हैं। इधर, भोपाल के गुफा मंदिर में भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष आयोजन किया जा रहा है।