ऐसे हुईं ठगी की शिकार
10 दिसंबर 2018 को फरियादी ममता सोलंकी ने पंधाना थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 14 से 16 नवंबर के कबीच आशीष माली ने ऑनलाइन पेट्रोल पंप खुलवाने के नाम पर 3 बार में खाता क्र. 3187889083 में ट्रांसफर कराए। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू की।
खाता नंबर से पहुंची
खाता धारक की जानकारी जुटाकर पुलिस टीम झारखंड रवाना हुई। झारखंड के रामगढ़ जिले के गोलार थाना के भूभई से आशीष पिता भक्ति करमाली (26) और सचिन पिता रामदेव करमाली (20) को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी के वक्त स्थानीय लोगों ने हंगामे की स्थिति भी निर्मित की।
झारखंड कोर्ट में पेश किया
पंधाना पुलिस द्वारा झारखंड में कार्रवाई की गई तो लोगों ने हंगामा किया। अगर टीम ऐसे ही आरोपियों को ले जाती तो अपहरण का मामला बन सकता था। इसलिए वहां गिरफ्तार कर झारखंड के न्यायालय में पेश किया व ट्रांजिट वारंट लेकर खंडवा आए। अब 12 फरवरी तक यहां कोर्ट में पेश करना है।
ये वारदात करना भी कबूला
पकड़ में आए बदमाशों ने पूछताछ में महाराष्ट्र के पुणे के बनवाड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत व सतना जिले में भी ऐसी ही घटना करना इन्होंने कबूला है। ये आरोपी पूरे देश में इस प्रकार की ठगी को अंजाम देते हैं। इनके एक से अधिक बैंक में खाते हैं, जिनसे 7 पासबुक व एटीएम कार्ड जब्त किए हैं।
ठगी का ये तरीका…आप झांसे में न आइएगा
ये बदमाश टारगेट ढूंढते थे। लोगों को फोन लगाते थे और बड़ी कंपनी का नाम लेकर कहते… ‘नमस्कार, क्या आपको पेट्रोल पंप खुलवाना है? अगर आपके पास या आपके परिचित के पास इसके लिए जमीन है तो फिर सुनहरा अवसर छोडि़ए मत…।Ó ये सुनकर जब लोग इनकी बातों में आते तो फिर ये उन्हें ऑनलाइन फॉर्म भरने की बात कहकर राशि जमा कराने का कहते। बदले में ऑनलाइन ही पीडीएफ फाइल भेजकर विश्वास दिलाने की कोशिश करते। दूसरी, तीसरी या जब तक व्यक्ति जाल में फंसा रहता किस्तें जमा कराते। पंधाना के मामले में 3 बार राशि जमा करवाई, जबकि पुणे के मामले में 5 बार राशि जमा करवा चुके थे।