जवाबदेही तय नहीं तो वे आंदोलन करेंगे संयुक्त कृषक संगठन के पदाधिकारी शुक्रवार दोपहर नेताओं ने अपर कलेक्टर केआर बड़ोले से कहा कि बीज कंपनी के अमानक बीज की जांच एक माह से पूरी नहीं हो सकी है। जवाबदेही तय नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे। किसानों ने खरीफ सीजन शुरू होने से पूर्व खाद बीज, दवाइयों के सैंपल लिए जाएं। इसके लिए कृषि विभाग के पास पर्याप्त मात्रा अमला लगाया जाए। जिससे बोवनी शुरू होने से पहले नमूनों की जांच हो सके। जांच में संयुक्त कृषक संगठन के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। कृषि विभाग द्वारा जिले के बाहर बीज प्लांटेशन की अनुमति किन किन कंपनियों को दी गई और कब दी गई। इसकी लिखित जानकारी दी जाए।
मौसम के कारण 162 करोड़ की फसल बर्बाद हो गई फसल बीमा को लेकर कहा कि मौसम के कारण 162 करोड़ की फसल बर्बाद हो गई। प्रभावित किसानों को अभी तक फसल बीमा का लाभ नहीं मिला। गिरदावरी तत्काल प्रभाव से कराई जाए। मूंग का रकबा बढ़ गया है। जावर उद्वहन सिंचाई परियोजना का कार्य रबी सीजन के पहले पूर्ण कराया जाए। खालवा सिंचाई परियोजना के कार्य में तेज लाने के साथ ही खालवा उपमंडी में अनियमितताओं की जांच कर कार्रवाई की जाए। खेतों की सिंचाई लाइन के तार खंभों के मरम्मत कार्य पूर्व किया जाए। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि बीज, खाद की जांच खरीफ सीजन की बोवनी शुरू होने से पहले कराई जाए। मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान चुनाव बाद उग्र प्रदर्शन करेगा।
ये किसान रहे मौजूद इस अवसर पर नरेंद्र पटेल, जय पटेल, देवराम यादव, शशी मिश्रा, रविन्द्र पाटीदार, मुकेश मालविया, चंदन चंदेल, रामपाल सिंह, विवेक गुप्ता, शांतिलाल पटेल, राजेन्द्र प्रजापति, विकास आदि किसान नेता रहे। इससे पहले अपर कलेक्टर ने डीडीए कृषि को बुलाकर किसानों के साथ करीब एक घंटे तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।