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खंडवा

‘निमाड़ की शाम को बेस्ट आर्ट का अवार्ड

नोबल वल्र्ड आर्टिस्ट कान्टेस्ट में चुनी गई

खंडवाNov 11, 2018 / 02:20 pm

राहुल गंगवार

Nobel World Artist Contest

Nobel World Artist Contest

खंडवा. शहर के चित्रकार बैजनाथ सराफ की ”निमाड़ की शामÓÓ पेंटिंग नोबल वल्र्ड आर्टिस्ट कान्टेस्ट-2018 में बेस्ट आर्ट ऑफ द मंथ के लिए चुनी गई है। इससे पहले उन्हें 2015 में इटली के कान्टेस्ट में भी भागीदारी की थी। जिसके लिए उन्हें सिल्वर अवार्ड मिला था। 30 साल से पेंटिंग कर रहे सराफा बताते है कि हर कान्टेस्ट में वे अपनी भागीदारी करते है। पुरस्कार पाना लक्ष्य नहीं होता है। प्रयास होता है कि हमारी संस्कृति को लोग जाने इसलिए पेंटिंग को भेजते हैं।
बैजनाथ सराफ को लोग प्यार से बैजू भैया भी कहते है। बचपन से ही पेंटिंग का शौक था, इसलिए लखनऊ से फाइन आर्ट की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे मुंबई चले गए। श्याम बेनेगल की फिल्म के लिए पेंटिंग से मुगल कालीन बैक ग्राउंड बनाया था। इसके बाद तो फिर कई काम मिले, लेकिन पारिवारिक स्थितियों के कारण खंडवा लौटना पड़ा। कुछ साल तक तो ब्रश को हाथ तक नहीं लगाया। 1992 में फिर से रंगों की दुनिया में लौटे। ओंकारेश्वर में होने वाले नटराज उत्सव में एग्जीबिशन लगाई। इसके बाद हाल में बड़वानी में पत्थरों पर पेटिंग बनाई। वे बताते है कि पत्थरों पर पेटिंग का काम बहुत ही चैलेंजिंग था। पूरे दिन धूप में खड़े होकर पत्थरों को रंगते रहो। शरीर काला पड़ गया, लेकिन जब यह काम पूरा हुआ तो मन का संतुष्टि हुई कि जिन पत्थरों को कोई देखना पंसद नहीं करता था, अब उनको देखने के लिए लोग आते है।
सराफ बताते है कि निमाड़ की संस्कृति काफी पुरानी है और यहां कई लोककला, जनजातियों को रहन-सहन और कई ऐसी जगह है जिन्हें रंगों के माध्यम से सामने लाया जा सकता है। निमाड़ से लुप्त हो रहा भगोरिया तो अपने आप में ऐसा टॉपिक है जिस पर काफी काम किया जा सकता है। इसी बात का ध्यान रखकर वे लोककला और संस्कृति पर फोकस कर पेटिंग तैयार कर रहे हैं। निमाड़ की शाम पेंटिंग में यहां की झोपडिय़ों के बीच डूबता सूरज दिखाया गया है। झोपडिय़ां भी पुरानी खपरेल की बनी दिखाई गई हैं। सराफ को इस बात को दुख है कि निमाड़ की कलाकृतियों को कोई भी आगे लाना का प्रयास नहीं कर रहा है। हनुवंतिया एक ऐसी जगह है जहां काफी पर्यटक आते है, लेकिन वहां कलाकृति के नाम पर कुछ नहीं है।
ये अवार्ड मिल चुके हैं
1. संत सिंगाजी अवार्ड, 2011
2. सिल्वर अवार्ड, इटली, 2015
3. कला रत्न अवार्ड, दिल्ली, 2015
4. नेशनल विल्जर अवार्ड, 2016
5. प्रतिभा सम्मान, 2018
6. नोबल वल्र्ड आर्टिस्ट अवार्ड, पाक- 2018

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