इसलिए होते हैं ट्रांसफार्मर खराब
गांव में ट्रांसफार्मर खराब होने की शिकायत आम हो गई है। ग्रामीण इसके लिए विभाग को जिम्मेदार ठहराते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। ज्यादातर लोग हुकिंगकर बिजली चोरी कर रहे हैं। वहीं बोरंपप चलाने के लिए कुछ किसानों ने अवैधानिक तरीके से बिजली कनेक्शन लगा रखा है, जिसके चलते ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ जाता है। लोड बढऩे के साथ ही लो-वोल्टेज और बिजली गुल होने लगता है। वहीं कई बार तो ट्रांसफार्मर ही खराब हो जाते हैं।
चोरी रोकने योजना नहीं
इस तरह के चोरी को रोकने के लिए गांवों में भी केबलीकरण किया जाना था, लेकिन इन गांवों में अब तक केबलीकरण का कार्य नहीं हो पाया है। केबलीकरण के अलावा विद्युत विभाग द्वारा गांवों में बिजली की चोरी रोकने के लिए कोई योजना नहीं है, लेकिन केबलीकरण कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है। विभागीय अधिकारी विद्युत जांच के लिए कभी ग्रामीण इलाकों में झांकते नहीं हैं, जिसका पूरा फायदा चोरी करने वाले किसानों को मिलता है। वे बेधड़क बिजली चोरी को अंजाम देते हैं। इधर बिजली चोरी होने से विभाग को हर साल लाखों का नुकसान होता है, जिसकी पूर्ति के लिए दरों में वृद्धि कर दी जाती है।
एक खंभे पर दर्जनों कनेक्शन
ग्रामीण क्षेत्र में हुकिंग का खेल कुछ इस तरह चल रहा है कि हल्की आंधी तूफान से शार्ट सर्किट का खतरा हमेशा बना रहता है। क्योंकि एक ही विद्युत पोल से दर्जन भर से अधिक कनेक्शन लिया गया है। इससे समझ में ही नहीं आता है कि कौन से घर में कौन सा कनेक्शन गया है।