कौशाम्बी जिले के सिराथू तहसील के मोंगरी कड़ा गांव का रहने वाला लवकुश 2006 बैच का सिपाही है। तीन माह पहले लवकुश की पोस्टिंग लखनऊ में हुई थी। 6 अक्टूबर 2017 को ड्यूटी के दौरान लवकुश सड़क हादसे का शिकार हो गया। हादसे में लवकुश को गंभीर चोटें आई। घटना की जानकारी जब परिजनों को हुई तो मौके पर पहुंचे और घायल लवकुश को कानपुर के नॉर्थ स्टार हॉस्पिटल में भर्ती कराया। कानपुर के नार्थ स्टार हॉस्पिटल में लवकुश का डेढ़ माह तक इलाज हुआ। सिपाही लवकुश के इलाज में करीब 20 लाख रुपये खर्च भी हो गया, फिर भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं आया।
पीड़ित परिवार के पास जो कुछ भी जमा पूंजी थी वो सब इलाज में खर्च हो गया। यहां तक कि परिवार वालों ने जमीन जायदाद और गहने तक बेच डाला फिर भी सिपाही लवकुश की हालत जस का तस बनी रही। वहीं पुलिस विभाग द्वारा सिपाही के इलाज में अब तक हुए खर्च की भरपाई भी नहीं किया। रुपये न होने के चलते घायल सिपाही लवकुश को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
इलाज के अभाव में पिछले 15 दिनों से घर के बरामदे में एक चारपाई में पड़ा तड़प रहे पति लवकुश की यह दशा देखकर पत्नी आरती और उसके दो मासूमों की आंखे भी पथरा गयी है। यहां तक कि उत्तर प्रदेश पुलिस का यह परिवार आज दाने-दाने को मोहताज है। पिता की ऐसी हालत के बाद सिपाही लवकुश का परिवार पूरी तरह से बिखर गया है। आर्थिक तंगी के चलते दर बदर की ठोकरें खा रहे इस परिवार के अंतिम चिराग मासूम आयुष की पढ़ाई भी बंद चल रही है। घायल सिपाही की पत्नी आरती अपने पति लवकुश और दो मासूमों के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित है। ऐसे में सिपाही का यह परिवार सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगा रहा है।