गौरतलब हो कि करारी थाना के सालेपुर गांव में रहने वाले बाबा अजमल शाह पर इलाके की एक विवाहिता ने आरोप लगाया है कि उसके साथ वह पांच साल से बंधक बनाकर दुराचार करता रहा है। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। इतना ही नहीं जब विवाहिता अपने पति के साथ पुलिस के पास शिकायत करने करारी थाना जा रही थी तो बाबा ने अपने साथियों के साथ मिल कर रास्ते में रोककर मारपीट किया। मारपीट मे विवाहिता के पति का एक पैर तोड़ दिया और एक आंख फोड़ दी।
विवाहिता का आरोप है कि इलाकाई पुलिस बाबा के इशारे पर काम करती रही। लगभग 20 दिन पहले विवाहिता ने बाबा के खिलाफ एडीजी इलाहाबाद से मामले की शिकायत किया। इसपर एडीजी ने बाबा के खिलाफ मुकदम दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद एसपी कौशांबी ने मामले की जांच सीओ मंझनपुर सचिदानंद पाठक को सौपा। सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट एसपी को सौप दिया है। बावजूद इसके अब तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है।
उधर विवाहिता को न्याय दिलाने के लिए चायल से भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने मोर्चा खोलते हुये बाबा को सजा दिलाने का दम भरा है। विधायक संजय गुप्ता का कहना है बिना पूछे ही बाबा ने उनकी तस्वीर अपनी होर्डिंग्स मे लगायी है, जिसके लिये वह अब बाबा के खिलाफ कार्यवाही कराएंगे।
तो भाजपा के कद्दावर नेता के चलते नहीं लिखी गई एफआईआर कथित बाबा के खिलाफ भले ही चायल से भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने मोर्चा खोल रखा हो लेकिन उन्ही के पार्टी के एक कद्दावर नेता के इशारे पर पुलिस मुकदमा लिखने की हिम्मत नहीं जुटा पर रही है। राजनीतिक गलिहारों मे यह चर्चा ज़ोरों पर है। यह भी चर्चा है कि इसी कद्दावर नेता के इशारे पर बाबा ने पूरे नगर मे होर्डिंग्स लगवाया था। बाबा तो भाजपा मे शामिल होने के लिए भाजपा सांसद विनोद सोनकर के कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गया था, लेकिन कुछ स्थानीय नेताओं की खिलाफत के चलते उसे भाजपा के कद्दावर नेता ने बैरंग वापस कर दिया।
By Shivnandan Sahu