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katni , carrying three passenger trains at Lake jhalwara” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/14/1301kt01_4710000-m.jpg”>कटनी पहुंचने के इंतजार में दस किलोमीटर दूर दो घंटे से परेशान यात्रियों ने रेलवे प्रबंधन पर भड़ास निकाली। यात्री सुनील सिंह ने कहा कि ट्रेन एक घंटे से ज्यादा समय से खड़ी है। शौचालय गंदा है, अब कोई और साधन देखेंगे। यात्री जहांगीर ने बताया कि मालगाड़ी को सिग्नल दिया जा रहा है यात्री ट्रेन को घंटो खड़ी कर दी जा रही है। यात्री उदयराज सिंह ने बताया कि रेलवे प्रबंधन ने तो जैसे यात्रियों को भेड़ बकरी समझ लिया है। जबलपुर जाना है, अब वहां से आगे की गाड़ी भी छूट जाएगी। यात्री ट्रेन को रोककर मालगाड़ी निकाल दी।
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इससे एक दिन पहले बुधवार को गोंदिया-बरौनी 15232 एक्सप्रेस को झलवारा से कटनी पहुंचने में एक घंटे 23 मिनट का समय लग गया। यात्री रामगोपाल गुप्ता ने बताया कि एक्सप्रेस गाड़ी दोपहर 1.51 बजे झलवारा स्टेशन पहुंची। यहां करीब 27 मिनट तक खड़ी रही। झलवारा से छूटकर गाड़ी न्यू कटनी जंक्शन (एनकेजे) में डीजल शेड के पास आकर खड़ी हो गई और करीब 10 मिनट बाद छूटकर कटनी स्टेशन आउटर पर रुक गई। यहां आधा घंटे से ज्यादा समय तक खड़ी रही। इस दौरान कई यात्री गर्मी में परेशान रहे। बच्चों को पीने के पानी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्टेशन के आउटर पर ट्रेन के रुकने के बाद कई यात्री तो ट्रेन से उतरकर ऑटो से शहर व दूसरे स्टेशन तक पहुंचे। यह गाड़ी दोपहर 3.14 बजे कटनी स्टेशन पहुंची।
इस बारे में एनकेजे के एरिया मैनेजर प्रसन्न कुमार बताते हैं कि कटनी साउथ में ओएचइ लाइन सुधारने ब्लॉक लिया तो पुरी-हबीबगंज को ए केबिन में खड़ी करना पड़ा। इन ट्रेन के एक केबिन में खड़ी होने के कारण कटनी जाने वाली चिरिमिरी-कटनी पैसेंजर को लाइन क्लीयर नहीं मिला। पीछे अंबिकापुर-जबलपुर, हमसफर और दूसरी ट्रेनों को लाइन क्लीयर करने में समय लगा। कोशिश कर रहे हैं कि इस तरह स्थितियां भविष्य में निर्मित नहीं हो।