जूते में हानिकारक रसायन की पुष्टि के बाद कटनी में 25 हजार 188 परिवारों को रोक दिया था वितरण
कटनी•Sep 21, 2018 / 05:47 pm•
raghavendra chaturvedi
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कटनी. तेंदूपत्ता संग्राहकों को राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाले जूतों में हानिकारक रसायन का तोड़ कंपनी ने निकाल लिया है। कटनी में संग्राहकों को वितरण होने वाले जूतों में मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रसायन की पुष्टि केंद्रीय चर्म संस्थान चेन्नई द्वारा की गई थी। संग्राहकों को जूते वितरण के लिए कंपनी ने सभी जूते के अंदर का सोल बदला है। इसके बाद वन विभाग ने सैंपल जांच के लिए भेजा। 18 सितंबर को चेन्नई से रिपोर्ट पॉजीटिव आया है। अब वन विभाग के अधिकारियों ने जूतों के वितरण की तैयारी प्रारंभ कर दी है।
तेंदूपत्ता संग्राहकों को राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाले जूतों में मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रसायन होने की पुष्टि के बाद जिलेभर में 25 हजार 188 परिवारों को वितरण रोक दिया गया था। अगस्त माह में कंपनी के कर्मचारी कुछ ही जूते सैंपलिंग के लिए केंद्रीय चर्म संस्थान चेन्नई भेजने की बात कह रहे थे। जिसे वन विभाग के अधिकारियों ने नकार कर रेंडमली सैंपल भेजने कहा था। इसके बाद कंपनी ने सभी जूतों में अंदर का सोल बदला, और विभाग ने जांच के लिए भेजा।
वन विभाग के डीएफओ संध्या का कहना है कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को दिये जाने वाले जूते में हानिकारक रसायन के बाद कंपनी ने जूते के अंदर का सोल बदला है। पहले इसी में निगेटिव रिपोर्ट आई थी। इनशॉक बदलने के बाद रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। अब हितग्राहियों को बांटने के निर्देश दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले आदिवासी परिवारों को दिये जाने वाले जूते में कैंसर वाले एजेडओ रसायन मिलने के बाद कटनी वन विभाग ने जूतों का वितरण रोक दिया था। 25 अगस्त को अलग-अलग नंबर के चार जोड़ी से ज्यादा जूते कंपनी के किसी कर्मचारी ने कटनी डीएफओ कार्यालय में जमा किया, और कहा सैंपलिंग जांच के लिए केंद्रीय चर्म संस्थान इन्ही जूतों को भेजा जाए। तब वन विभाग के अधिकारियों ने जूते रिसीव करने वाले कर्मचारी फटकार भी लगाई थी। तब कंपनी के कर्मचारी को स्पष्ट तौर कहा गया था कि यहां बंटने वाले पूरे जूते का स्टॉक आने के बाद ही रेंडमली जांच के लिए उन्ही में से कुछ सैंपल भेजे जाएंगे। कंपनी के कर्मचारियों ने जूते के अंदर का सोल बदला और जांच के सैंपल चेन्नई भेजा।