कटनीPublished: Jul 01, 2019 08:46:43 am
raghavendra chaturvedi
विजयराघवगढ़ विधानसभा में संचालित 35 से ज्यादा स्टोन क्रेशरों की जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह ने.
– प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने रिपोर्ट में उन क्रेशरों को भी सही बता दिया जो खुलेआम नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे हैं.
– एसडीएम विजयराघवगढ़ ने कलेक्टर को रिपोर्ट सौंप भी दी, प्रदूषण नियंत्रण विभाग और एसडीएम के अधीन काम करने वाले कर्मचारियों की संयुक्त टीम ने की थी क्रेशरों की जांच.
प्रभारी मंत्री के निर्देश पर जांच में मनमानी, मानकों को ताक पर संचालित क्रेशरों को भी बताया सही
कटनी. प्रभारीमंत्री के निर्देश पर विजयराघवगढ़ क्षेत्र के स्टोन क्रेसर की जांच के बाद प्रशासन द्वारा तैयार रिपोर्ट सवालों में है। आरोप है कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग और विजयराघवगढ़ स्थानीय प्रशासन ने आंख मूंदकर रिपोर्ट बनाई है। कई क्रेशर जो मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं, उन्हे भी रिपोर्ट में सही ठहराया गया। खासबात यह है कि एसडीएम विजयराघवगढ़ ने रिपोर्ट प्रभारी मंत्री को सौंपने के लिए कटनी कलेक्टर को भेज भी दिया है। रिपोर्ट की जानकारी स्थानीयजनों को लगने के बाद जांच टीम पर गुस्सा जता रहे हैं। कह रहे हैं कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने गलत रिपोर्ट तैयार की है। विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।
बतादें कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में संचालित स्टोन क्रेशरों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण और मानव स्वास्थ्य पर पड़ रहे दुष्प्रभाव की शिकायत विजयराघवगढ़ के जनप्रतिनिधियों ने प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह से की थी। आरोप है कि कई स्टोन क्रेसर जहां बाउंड्रीवाल, जल छिड़काव नहीं होने के साथ ही भंडारण लाइसेंस स्थिति और भूमि डायवर्सन स्पष्ट नहीं है, ऐसे क्रेशर भी खुलेआम चल रहे हैं। इस पर प्रभारीमंत्री ने 7 मार्च को क्रेशरों की जांच के निर्देश दिए थे। निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग और एसडीएम विजयराघवगढ़ द्वारा गठित संयुक्त टीम ने क्रेसरों की जांच की।